Waqf Amendment Bill 2025 : क्या है मुस्लिमो का वक्फ संसोधन बिल जो संसद में पास हुआ
वक्फ संसोधन बिल (Waqf Amendment Bill ) के बारे में जानने से पहले इसके इतिहास और आखिर वक्फ क्या है इसका मतलब क्या है इसके बारे में जानेंगे | वक्फ शब्द अरबी भाषा के वकुफा से बना है जिसका अर्थ रुकना होता है | और इस्लाम (मुस्लिम) में यह दान देने की एक प्रथा या तरीका है | देश भर में इसी को लेकर एक बहस चल रही है और कई जगहों पर मुस्लिम प्रदर्शन कर रहे है | इसके बारे में भी आगे आपको बताएँगे |
ऐसी संपत्ति जिसे सामाजिक कार्य के लिए दान कर दिया गया हो वह वक्फ की संपत्ति कहलाती है और इसी के माध्यम से आज देशभर में मुस्लिमो के पास करीब लाखो एकड़ जमीन हो चुकी है | दान दिए उस संपत्ति में चल और अचल दोनों संपत्ति हो सकती है | संपत्ति दान करने वाले व्यक्ति की संपत्ति किस काम आयेगी यह वह तय कर सकता है | अधिकतर वक्फ संपत्ति का खर्च मुस्लिमो के धार्मिक स्कूल,कब्रिस्तान,मस्जिद और अनाथालयो में होती है |
History OF Waqf : वक्फ का इतिहास
वक्फ (waqf) के इतिहास की बात करे तो एक उदाहरण है जिसमे 570 ईस्वी पूर्व पैगम्बर मोहम्मद के समय खजूर के 600 पेड़ो का एक बाग़ हुआ करता था और उस बाग़ से जो भी आमदनी होती थी उसे मदीना के गरीब लोगो की मदद के लिए उपयोग किया जाता था | कुछ विद्वानों का कहना है की दिल्ली सल्तनत के समय 1206-1526 ईस्वी के बिच वक्फ बोर्ड की स्थापना हुई | उसके बाद मुइजुदीन ने मुल्तान के जामा मस्जिद को 2 गाँव के माध्यम से वक्फ को दान कर दिए |
आजादी के बाद 1954 में वक्फ अधिनियम (waqf act) के तहत एक कानून बनाया गया और फिर 1964 में पहली बार देश में केन्द्रीय वक्फ परिषद् बनाया गया | वक्फ के तहत देश भर में वक्फ की 9.4 लाख एकड़ संपत्ति है जिसमे से भूमि और मकान मिलकर 8.73 और वाहन ,जेवर मिलाकर 16.70 हजार संपत्ति है | इससे वक्फ को प्रतिवर्ष करीब 200 करोड़ की रेवेन्यु प्राप्त होती है |
Waqf Amendment Bill : वक्फ संसोधन बिल
जब 1954 में वक्फ एक्ट आया तब वक्फ परिषद् (waqf board ) का गठन किया गया था उसके एक साल बाद 1955 में ही इस कानून में कुछ बदलाव किये गए और फिर प्रत्येक राज्यों में एक वक्फ बोर्ड का गठन किया गया | और इसी के तहत आज देशभर में करीब 32 वक्फ बोर्ड है | इसी 1954 के कानून में बदलाव के लिए केंद्र सरकार ने वक्फ संसोधन बिल 2025 (Waqf Amendment Bill 2025 ) लेकर आये |


इसके बाद वक्फ संसोधन बिल 2025(Waqf Amendment Bill 2025 ) जो सबसे पहले लोकसभा में आई वह 12 घंटे की चर्चा के बाद रात के 2 बजे 520 सांसदों के बिच वोटिंग हुई | उसके बाद पक्ष में 288 सांसदों ने और विपक्ष में 232 सांसदों ने वोट किया | फिर बहुमत मिलते ही यह बिल लोकसभा में पास हुआ | और अल्पसंख्यक मंत्री किरेन रिजीजू ने इसे उम्मीद नाम दिया |( Unified waqf management empowerment efficiency and development )

उसके बाद यह बिल (Waqf Amendment Bill 2025 ) अगले दिन राज्यसभा में पेश हुआ जहाँ पर पक्ष में 128 सांसदों ने और विपक्ष में 95 सांसदों ने वोट दिया | जिसके तहत राज्यसभा में भी यह बिल पास हुआ | अब राष्ट्रपति के हस्ताक्षर करते ही यह संसोधित बिल एक नया कानून बन जायेगा इस बिल में संसोधन जरुरी था क्योंकि अगर संसोधन न किया होता तो वक्फ बोर्ड हर जगह को अपनी जमीन कहती और यही हो रहा था |
वक्फ बोर्ड (waqf board) गरीब मुस्लिमो को फायदा नहीं पहुंचा रही थी जिस वजह से वक्फ बोर्ड के पास जो संपत्तियां थी वह सिर्फ कुछ लोगो के हाथो में थी याने की जो उस बोर्ड में थे , धार्मिक गुरु है ,या नेता है | ऐसे ही और अधिक महत्वपूर्ण जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे |
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