Ramanavami 2025 best wishes : रामनवमी क्यों मनाते है ? इस दिन दीजिये सभी को शुभकामनायें
रामनवमी (Ramanavami 2025 ) इस बार 2025 को 6 अप्रैल को मनाया जा रहा है | रामनवमी (Ramanavami ) मनाने का मुख्य कारण यह है की इस दिन त्रेतायुग मे चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन श्री राम जी प्रकट हुए थे | इसलिए इस दिन रामनवमी (Ramanavami ) मनाया जाता है | और श्री राम जी के स्वरूप का वर्णन ऋषि वाल्मीकि जी ने बड़े ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किये है | जिसे हम रामायण में पढ़ते है | Ramanavami 2025 best wishes :-

श्रीराम का स्वरुप
वाल्मीकि जी ने राम जी (ram) के स्वरूप का वर्णन किया है | उन्होंने कहा की श्रीराम (shri ram) जी के बाल लम्बे और चमकार थे | नका चेहरा चंद्रमा की तरह सौम्य ,कोमल और बहुत सुन्दर था | राम जी की आंखे बड़ी और कमाल के जैसी थी | चेहरे के अनुरूप उनकी नाक सुडोल और थोड़ी बड़ी थी | उनके होठो का रंग उगते सूर्य की तरह लाल था | उनके कर्ण थोड़े बड़े थे | और वे कुंडल पहनते थे | राम जी के हाथ घुटने तक लम्बे थे | उनका पेट शरीर के अनुपात में सामान्य था |

राम जी का स्वभाव
श्री राम (shri ram ) जी हमेशा शांत प्रवृत्ति के थे | वे कभी किसी में दोष नहीं देखते थे और मीठे वचन उनकी जुबान में रहते थे | कोई उनसे कठोर भी कहता था तो भी वे बड़े शांत और उसका जवाब उल्टा नहीं देते थे | वे अपने मन को हमेशा अपने वहस में रखते थे | राम जी के किसी के द्वारा किये गए अपराध को याद नहीं रखते थे , वे कभी झूठ नहीं कहते थे और सभी का सम्मान करते थे | प्रजा के प्रति उनका प्रेम अथाह थ और प्रजा भी उनसे बेहिसाब प्रेम करते थे | दुखी लोगो के प्रति दयावान और क्रोध को वश में रखने वाले वे एक महान पुरुष थे |

राम जी (Ram) एक विद्वान् और बुद्धिमानी थे | वे एक पराक्रमी थे और हमेशा निरोगी तथा युवा दीखते थे | वे सभी विधाओ के विद्वान् थे और सभी परिस्थितयों को भली-भांति जानते थे | सभी वेदों के ज्ञाता और शास्त्र तथा शस्त्र विद्या में निपुण थे | उनकी स्मरण शक्ति कही अधिक थी और वे त्याग और संग्रह को अच्छे से समझते थे | ऐसे ही और अधिक महत्वपूर्ण जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे |

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