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Toggleshri guru singh sabha gurudwara | गुरुद्वारा
छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे पुराना गुरुद्वारा सही सिंघ सभा , रायपुर रेलवे स्टेशन से चंद कदमो की दुरी पर स्थित है | उक्त गुरुद्वारा के इतिहास की ख़ास बात यह है की रेलवे के रेल चालाको की ड्यूटी बदलने के दौरान टिन की अस्थाथ्यी छाया के नीचे विश्राम करते थे और श्री गुरुवाणी का पाठ किया करते थे |
shri guru singh sabha gurudwara : आजादी के पूर्व 1932 में तात्कालिक वन मंडलाधिकारी सरदार विक्रम सिंह जी ने रेल चालको के असुविधाओ को करीब से जाना और उन्होंने इसी जगह जमींन खरीदकर सिक्ख धर्म के पवित्र गुरु ग्रन्थ साहेब जी का प्रकाश करके श्री गुरुसाहेब की नीव रखी |
1943 में खपरे के बने कच्चे कमरे का पक्का निर्माण कर सरदार गुरुबचन सिंह विरदी जी को प्रथम अध्यक्ष बनाया गया और तभी से यहाँ आने जाने वाले यात्रियों के लिए लंगर की व्यवस्था की जाती है | 1958 में गुरूद्वारे का विस्तार किया गया साहिब की नियमावली बनाकर |
और सरदार दीदार सिंह जी के नेत्रित्व में भवन क निर्माण किया गया | सन 1993 में सरदार दिलीप सिंह होरा ने गुरुद्वारा का अध्यक्ष पद सम्भाला और तब से लेकर आज तक वे इस पद की शोभा बढ़ारहे है |
नए गुरूद्वारे का लोकार्पण
गुरुद्वारा स्टेशन रोड , रायपुर के नए भवन का लोकार्पण 28 सितम्बर 2007 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह जी की मुख्य अतिथि एवं गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह मक्कड़ की अध्यक्षता में हुआ | विशेष अतिथि के रूप में तात्कालिक पर्यटन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल जी भी उपस्थित थे |
गुरुद्वारा साहेब भवन में सुविधा
श्री गुरुद्वारा साहेब भवन की पांच मंजिल भव्य भवन में तलघर के विशाल पार्किंग के अलावा बुजुर्गू के लिए 2 लिफ्ट है | संगमरमर से बनी सुन्दर पालकी में श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी की छत्रछाया में रोज सुभ शाम गुरुवाणी शब्द , कीर्तन व् कथा की जाती है | गुरुद्वारा साहेब भवन में श्री गरु ग्रन्थ साहिब जी का अखंड पाठ लगातार 48 घंटो तक चलता रहता है |
लंगर हाल
श्री गुरुद्वारा साहेब के द्वितीय ताल में विशाल माता खीवी जी लंगर हाल का निर्माण किया गया है ,जहा पर एक साथ लगभग 1500 भक्त को भोजन दिया जाता है | गुरुद्वारा साहेब भवन में प्रतेक शनिवार को रात व् हर माह संगरानद वाले दिन के अलावा सिक्ख धर्म के 10 गुरुओ का प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरु क लगर लगता है |
इसके अलावा गुरुद्वारा साहेब भवन में रुकने वाले यात्रियों के लिए नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था की जाती है |
नि:शुल्क दवाखाना
श्री गुरु द्वारा साहेब भवन में श्री गुरु तेगबहादुर धर्मार्थ दवाखाना बनाया गया है जहा सभी वर्ग के संप्रदाय , धर्म के लोगो को नि:शुल्क इलाज कर मुफ्त दवाई दी जाती है | तथा यहाँ समय समय पर चिकित्सा शिविर के माध्यम से विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सको द्वारा पंजीयन कर नि:शुल्क इलाज किया जाता है |
कम्पूटर ट्रेनिंग सेंटर
श्री गुरुद्वारा साहेब भवन में बच्चो को तकनिकी शिक्षा से परिपूर्ण करने के लिए श्री गुरु हरिकिशन कम्पूटर सेंटर खोला गया है | जहा छोटे बच्चे , गृहणी को कम्पूटर सिखाया जाता है | ताकि ये सब तकनीकी शिक्षा उन्हें नयी उचाईयो तक ले जा सके और वे गृहणिया आत्मनिर्भर बने |
पुस्तकालय
श्री गुरुद्वारा साहेब भवन में धार्मिक ग्रंथो द्वारा लोगो को मुख्य धरा से जोड़ने के लिए श्री गुरु नानक पुस्तकालय बनाई गयी है | जहा उपलब्ध धार्मिक पुस्तको का लाभ आमजनो को मिलता है |
यात्री निवास
श्री गुरुद्वारा साहेब भवन में यात्रियों के रुकने ठहरने के लिए 24 कमरों का श्री गुरु रामदास यात्री निवास बाया गया है | जहा नाम मात्र संचालन शुल्क लेकर यात्रियों को ठराया जाता है | तथा किसी ख़ास अवसर जैसे शादी व्याह या कथा कीर्तन जैसे प्रवचनों जैसे धार्मिक आयोजन पर भी कमरों को दिया जाता है |
नगर कीर्तन , गुरुनानक जयंती
श्री साहेब भवन में प्रतिवर्ष जयंती के ख़ास अवसर पर नगर कीर्तन का आयोजन किया जाता है | पुरे छत्तीसगढ़ से लगभग 40 – 50 हजार से भी जादा श्रद्धालु भाग लेते है | हाथी , घोड़ा , ढोल – नगाड़े , बैंड बाजे से सजी गुरु ग्रन्थ महाराज की पालकी वाली सवारी दर्शनीय होती है | इस आयोजन को देखने के लिए दूर दराज से लोग आते है |
इस कार्यक्रम को देखने के लिए लोग एक दो दिन पूर्व से ही आने लगते है | जिनके रुकने तथा भोजन की व्यवस्था गुरुद्वारा साहेब भवन में की जाती है |
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