College Education : कॉलेज की पढाई देखिये सारी सच्चाई क्या से लेकर कहाँ तक

College Studies : कॉलेज की पढाई

College Education  :- हर कोई विद्यार्थी जब 12 वी पास करता है, और उसके मन में उस समय सिर्फ एक ही ख्याल आता है की उसे किस अच्छे से कॉलेज में प्रवेश लेना है| वह अपने स्कूल में बहुत मेहनत से इसलिए पढाई करता है ताकि उसे अच्छा कॉलेज मिल सके| 12 वी में अच्छे नंबर इसलिए लाता है ताकि उसे सरकारी कॉलेज में जल्दी प्रवेश मिल जाये | लेकिन ये तो रही एक पहलु इसका दूसरा पहलु सबसे जरुरी है और इसी पहलु के बारे में ही हम देखेंगे|

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कोई भी विद्यार्थी किसी भी कॉलेज में प्रवेश यह सोचकर लेता है की वहां हम अच्छे से पढाई करेंगे| वैसे ज्ञान के लिए जरा बता दे की 12 वी के बाद कॉलेज में विद्यार्थी स्नातक की डिग्री के लिए पढाई करते है| यह ऐसा संस्थान होता है जहाँ पर विद्यार्थी को बहुत से विषय चुनने का अवसर मिलता है| और उस पर वह गहन अध्ययन करता है| बड़े ही उत्सुकता के साथ कॉलेज में प्रवेश तो कर लेते है उसके बाद पता चलता है कॉलेज की पढाई कैसी होती है| कॉलेज का अनुशासन कैसा होता है, शिक्षक कैसे होते है, सुविधाएँ कैसी होती है आदि| इसी बारे में हम विस्तार से आपको बताएँगे पूरी सच्चाई |

College Education : कॉलेज शिक्षा

सबसे पहली बात कॉलेज की शिक्षा पर करते है| कॉलेज की पढाई का स्तर बहुत ही उच्च स्तर का होता है | बच्चे को इंग्लिश समझ आये चाहे न आये पर शिक्षक की इंग्लिश चलती रहती है| बेचारा हिंदी माध्यम का विद्यार्थी क्या करेगा अब ऐसे में उसका मन तो फाई भटकेगा न | शिक्षा वहां के शिक्षको में बहुत होती है बस अपना सही ज्ञान बच्चो तक नहीं पहुंचा पाते, देते है तो बस पुस्तकी ज्ञान|

College Education  में गलती सिर्फ शिक्षको की नहीं होती विद्यार्थियों की भी होती है| गौर करने वाली बात यह है की कॉलेज में अनुशासन नहीं होता जैसे की कोई भी किसी भी समय में कॉलेज जा रहा है, जब मन कर रहा है क्लास जा रहे है जब मन कर रहा क्लास से बाहर आ जा रहे है| अधिकतर विद्यार्थी तो कॉलेज इसलिए ही नहीं जाते की अगर वो नहीं आयेगा यतो उन्हें कोई कहने वाला तो है नहीं और सबसे बड़ा कारण पढाई को लेकर बन जाता है|

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जब कोई शिक्षक सिर्फ पुस्तकी ज्ञान प्रदान करेगा तो जो समझदार विद्यार्थी है उसे भी वह पसंद नहीं आयेगा क्योंकि कॉलेज में आप उस स्तर पर पहुँच जाते है जहाँ पर आपको रोजगार परख शिक्षा दिया जाये, उसके बारे में अच्छे से बताया जाये, तयारी करवाया जाये| किन्तु यह सब तो होता नहीं है| अधिकतर तो क्लास ही नहीं लगता | जिसकी वजह से पढाई की और ध्यान हटता चला जाता है| परीक्षा नजदीक आती है तभी बच्चे सिर्फ इसलिए ही जाते है क्योंकि उन्हें अब सिर्फ डिग्री चाहिए|

स्कूल में कम से कम अच्छी शिक्षा और मार्गदर्शन मिलता है किन्तु कॉलेज में ऐसा नहीं होता है| स्कूल का वातावरण और अनुशासन कॉलेज से बहुत अलग होता है| जहाँ पर आपको सही ज्ञान मिलना चाहिए वहां पर सिर्फ आपको पुस्तकी ज्ञान दिया जा रहा है| इसलिए विद्यार्थी का मन कॉलेज से धीरे-धीरे हटता जाता है| अधिकतर बच्चे तो सिर्फ डिग्री के लिए कॉलेज जाते है | ताकि उन्हें ये कहकर पुकारा जाये की इसने तो कॉलेज या स्नातक की पढाई है|

सुविधाओ की बात करे तो कॉलेज में लाइब्रेरी तो रहती है किन्तु आपके सिलेबस के अनुसार पुस्तके नहीं होती है| पुस्तके होती है तो पढने के लिए जगह नहीं होती| और क्लास होता है तो उसकी सामग्री नहीं होती | मार्गदर्शन के लिए कोई विशेस शिक्षक नहीं होते है| समस्याओ के समाधान के लिए काउंसलर नहीं होते है| रोजगार के लिए प्लेसमेंट का आयोजन नहीं होता है| इससे विद्यार्थी के man में यही भावना उठती है की उसे सिर्फ कॉलेज अब डिग्री के लिए जाना है|

college studies शुरू होती है स्नातक के प्रथम वर्ष से उसके बाद द्वितीय वर्ष फिर अंतिम वर्ष | इसके बाद आप फाइनल पास कर जाते है तो आप स्नातकोत्तर के लिए क्वालीफाई हो जाते है| स्नातकोत्तर या (Post graduate) दो वर्षो का होता है| इसके बाद आप चाहे तो पीएचडी कर सकते है|

सार

इससे पता चलता है की कॉलेज की पढाई कैसी होती है और शिक्षा व्यवस्था कैसी होती है| हर कोई कॉलेज करना तो चाहता है लेकिन अधिकतर सिर्फ डिग्री के लिए | क्योंकि कॉलेज शिक्षा आपको रोजगार के लिए तैयार नहीं करता है| आप पढाई करते रहेंगे और शिक्षक के लिए तयारी करेंगे तो ठीक है लेकिन इसके विपरीत जो ये सोचते है की उन्हें कॉलेज करने से अच्छा सा काम मिल जायेगा उसका क्या?| कॉलेज शिक्षा ऐसी ही होती है आपको ज्ञान से ज्यादा सिर्फ पुस्तकी शिक्षा दी जाती है|

तो यह था College Education  कॉलेज की पढाई देखिये सारी सच्चाई क्या से लेकर कहाँ तकके बारे में पूरी सच्चाई इसमें सिर्फ शिक्षक की गलती नहीं है बल्कि हमारा शिक्षा व्यवस्था (education system ) ही ऐसा बना दिया गया है| शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने की आवस्यकता है| कुछ सालो में देखा जाये तो शिक्षा का मतलब ज्ञान से हटकर डिग्री हो गया है| इसलिए बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है| ऐसे ही महत्वपूर्ण जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट को जरुर फॉलो करे :- sujhaw24.com

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