Sitanadi Wildlife Sanctuary | सीतानदी वन्यजीव अभ्यारण्य छत्तीसगढ़
Sitanadi Wildlife Sanctuary : छत्तीसगढ़ राज्य में कई घुमने के लायक स्थान है जहा पर प्रकृति के नजदीक जा सकते है | सीतानदी वन्यजीव अभ्यारन्य एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षक अभ्यारण्य है | छत्तीसगढ़ राज्य का यह अभ्यारण्य छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिले में स्थित है | इस उद्यान में हर साल हजारो सैलानी घुमने के लिए आते है | यहाँ आकार वे प्रकृति के बारे में बहुत कुछ अनुभव करते है | सीता नदी वन्यजीव अभ्यारन्य मध्य भारत में बहुत ही अधिक प्रसिद्ध है | यह भारत के सबसे प्रसिद्ध अभयारण्यो में से एक है |
सीता नदी वन्यजीव अभ्यारन्य की स्थापना
सीतानदी वन्यजीव अभ्यारन्य छत्तीसगढ़ राज्य का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभ्यारण्य है | यह छत्तीसगढ़ राज्य की प्रसिद्धी का एक बहुत ही बड़ा कारण है | पुरे साल भर यहाँ सैलानियों का ताता लगा रहते है | यह अभ्यारण्य छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिले में स्थित है | इसकी स्थापना साल 1974 वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत की गयी थी | साल भर इस अभ्यारण्य में उत्साही लोग घुमने के लिए आते रहते है | यह अभ्यारण्य पुरे भारत के सबसे प्रसिद्ध अभ्यारण्य में से एक है |
सीता नदी वन्यजीव अभ्यारन्य नाम क्यों रखा गया है ?
सीतानदी वन्यजीव अभ्यारन्य छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिले में स्थित एक बहुत ही प्रसिद्ध अभ्यारण है | यह प्रसिद्ध पर्यटक स्थान में से एक है | यह अभ्यारण्य लोगो के मुख्य के घुमने के स्थानों में से एक है | इस अभ्यारण्य का यह नाम सीतानदी के नाम पर रखा गया है जो इस अभ्यारण्य से निकलती है महानदी में जाकर मिल जाती है | इस अभ्यारण्य में पर्यटक खुबसूरत जंगलो में सैर का आनंद लेते है | साल भार यहाँ पर सैलानियों का आना जाना लगा रहता है |
भगौलिक स्थिति
सीतानदी वन्यजीव अभ्यारन्य छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिले में स्थित है | यह पर्यटकों के प्रमुख घूमने का एक स्थान है | यह प्रदेश के आकर्षण का एक प्रमुख केन्द्रं है | यह पुरे देश में छत्तीसगढ़ की ख्याति का प्रमुख कारण है | इसकी स्थापना साल 1974 में किया गया था | यह अभ्यारण्य 576 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है | समुद्र तल से इसकी उचाई 327 से 736 मीटर के बीच है | यह सीतानदी इस अभ्यारण्य से होकर गुजरती है इस कारण इसे सीतानदी वन्यजीव अभ्यारण्य के नाम से जाना जाता है |
कौन कौन से जानवर पाए जाते है ?
सीतानदी वन्यजीव अभ्यारन्य छत्तीसगढ़ राज्य का एक महत्वपूर्ण अभ्यारण्य है यह पुरे भारत में प्रसिद्ध है | इस उद्यान को साल 1974 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 तहत बनाया गया था | सीतानदी वन्यजीव अभ्यारन्य में कई तरह की जिव जंतु पाए जाते है | जिनमे बाघ , तेंतुआ , चिता , नील गाय , गौर , चीतल सांभर , वन भैसा , हिरन , जंगली सूअर , चार सिंग वाले मृग , भालू , आदि जानवर पाए जाते है जिन्हें देखने के लिए पुरे प्रदेश भर से लोग आते है | और यहाँ के हरे भरे जंगलो में घूम घूम का में घूम घूम का आनंद का अनुभव करते है |
कौन कौन से पक्षी पाए जाते है ?
सीतानदी वन्यजीव अभ्यारन्य ने पुरे भारत में एक अलग ही ख्याति प्राप्त की है | यह पुरे भारत में अपनी विशेषताओ के लिए जानी जाती है | यहाँ पर बाघ , हिरन जैस जानवर पाए जाते है साथ ही यहाँ पर कई तरह के पक्षियों की प्रजाति भी पायी जाती है जिनमे तोता , पहाड़ी मैना , गौरैया , तितर , चित्तीदार उल्लू , मोर , ईगल जंगली मुर्गे आदि पक्षी पाए जाते है | यह पर इसके अलावा भी कई तरह के जिव जंतु पाए जाते है कैसे घडियाल , छिपकली आदि |
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