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हाल ही Malta fever के केस भारत में अधिक देखने को मिल रहे है | यह एक बैक्टीरिया के माध्यम से जानवरों उसके बाद इंसानों में फैलता है | सबसे अधिक केस भारत के गुजरात में देखने को मिल रहे है | विश्व में माल्टा फीवर के करीब 5 लाख केस प्रति वर्ष आते है | जोड़ो में अधिक दर्द , ह्रदय, लीवर आदि से जुडी समस्या होती है |
Malta fiver : माल्टा फीवर
Malta fever symptoms : माल्टा फीवर एक पराक्र का जूनोटिक बीमारी है और यह जानवरों के जरिये मनुष्यों में फैलती है| Malta fever, brucella bacteria की वजह से होने वाली एक बीमारी है | दूध को बिना उबाले पिने से यह हो सकता है | इसके लक्षण ऐसे होते है जो अधिक समय तक रह सकते है | अधिक दर्द होना,पसीना आना आदि जैसी समस्या होती है |
Malta fever के लिए जिम्मेदार brucella bacteria , इन्सान के नाक, मुहं, और कटे त्वचा के जरिये अन्दर प्रवेश करता है| टिश्यु रूप में अन्दर पहुंचकर यह धीरे धीरे बढ़ता चला जाता है , उसके बाद यह शरीर के विभिन्न भागो को नुकसान पहुंचाता है |
symptoms of malta liver : माल्टा लीवर के लक्षण
- तेज बुखार , अधिक सरदर्द
- डिप्रेशन की स्थिति और पेट में अधिक दर्द होना
- अत्यधिक थकान महसूस होना और वजन का कम होता जाना
- लिम्फ नोड्स में अधिक दर्द और सुजन होना
- जोड़ो में अधिक दर्द हों और अत्यधिक पसीना आना आदि|
how is malta fiver spread
brucella bacteria के जरिये फैलने वाला Malta fever बीमारी जानवरों के माध्यम से इंसानों तक पहुँच जाता है | आइये जानते है उन जानवरों के नाम जिससे Malta fever फ़ैल सकता है :- गाय, बकरी, भैंस, हिरन, सूअर, कुत्ता, भेड़, ऊंट आदि|
1. कच्चा दूध के सेवन या बिना पाश्च्राइज किये मिल्क से बनी चीजे खाने से माल्टा फीवर का खतरा बढ़ जाता है
2. किसी संक्रमित जानवर के शरीर से निकले तरल पदार्थो के संपर्क में आने या हाथ लगाने से भी माल्टा फीवर हो सकता है
3. ब्रूसेला बैक्टीरिया नाक, मुहं, और कटे त्वचा के जरिये शरीर में प्रवेश कर जाता है
4. ब्रुसेला बैक्टीरिया अगर हवा में मौजूद हो तो सांस के जरिये भी यह अन्दर प्रवेश कर सकते है |
5. ऐसे लोग जो बुचडखाने या मांस पैकिंग वाले क्षेत्र में काम करते है उन्हें इसका खतरा अधिक होता है आदि|
problem caused by malta fiver : माल्टा फीवर से होने वाली समस्या
- संक्रमण अधिक समय तक रहा और इलाज जल्द नहीं हुआ तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते है जैसे उँगलियों में गठिया
- लीवर का साइज बढ़ जाता है जिसे हेप्टोमेगली कहते है
- प्लीहा का साइज भी बढ़ सकता है जिसे स्प्लेनोमेगली कहा जाता है
- अधिक से समय तक इसका संक्रमण रहने से दिल भी इससे संक्रमित हो जाता है जिसे endocarditis कहते है
- ब्रुसेला बैक्टीरिया के अधिक समय तक शरीर में रहने से मस्तिष्क भी संक्रमित हो जाता है और मस्तिष्क मे सुजन भी
- रीड की हड्डी में भी सुजन होना, इसके साथ साथ अन्य हड्डियों में भी संक्रमण और सुजन
- पुरुषो में शुक्राणु नलिका में भी सुजन हो सकता है और महिलाओ में गर्भपात की स्थिति भी हो सकती है
malta fiver prevention : माल्टा फीवर से बचाव
1. ध्यान रहे की आप कच्चा दूध न पिए और बिना पाश्च्राइज वाले दूध से बनी चीजो का सेवन न करे
2. संक्रमित जानवरों के पास जाने से पहले PPE किट पहने
3. सुरक्षा के लिए हाथो में दस्ताने, मुहं में मास्क और आँखों में चश्मा जरुर लगाये
4. साफ़ सफाई बनाये रखे, बर्तनों को अच्छे से धोएं
5. अगर आप मीट का सेवन करते है तो अच्छे से धोकर और अच्छे से पकाकर खाएं आदि|
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