independence day 2024 : स्वतंत्रता दिवस 2024
भारतीय स्वतंत्रता दिवस सब भारतीय को पता है की यह 15 अगस्त को मनाया जाता है | इस दिन पुरे देशवासियों के लिए बड़े गर्व की बात है और सभी देशवासी हर जगह स्कूल से लेकर दफ्तर , घर से लेकर सभी सरकारी आवासों में तिरंगा झंडा फहराया जाता है | इस दिन को क्यों मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत को अंग्रेजो से आजादी मिली थी |
independence day 2024 : 2024 का स्वतंत्रता दिवस अब तक का 77 वां स्वतंत्रता दिवस है | इस दिन सभी लोग देशभक्ति की भावना और बड़े उत्साह के साथ मनाते है | स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराते है | और फिर देशवासियों को संबोधित करते है | इस दिन राष्ट्रिय अवकाश रहता है लेकिन सभी लोग इस दिन को विशेष रूप से मनाने के लिए सभी दफ्तर जाते है , इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड, देशभक्ति गीत आदि आयोजित किये जाते है |
independence day : भारतीय स्वतंत्रता में भारत के विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों का हाथ है | इन्होने कई संघर्ष किये अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई किये तब जाकर हमारा भारत इन अंग्रेजो के गुलाम से आजाद हुआ , और भारतीय देशवासियों के चेहरे पर एक नयी मुस्कान आई | इस दिन तक पहुँचने के लिए भारत के वीर सपूतो ने करीब 200 साल तक अंग्रेजो के खिलाफ संघर्ष किये और तब जाकर यह दिन आया |
story of Indian independence
प्रथम विद्रोह
पलासी की लड़ाई के बाद ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1757 के बाद भारत में अपना शासन स्थापित करना प्रारंभ कर दिया | फिर धीरे धीरे अंग्रजो ने पुरे देश पर अपना नियंत्रण बढाया और शासन करने लगे | 1857 में हुआ सिपाही विद्रोह जिसे भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहते है | यह अंग्रेजो के खिलाफ पहला बड़ा कदम था | यह सफल तो नहीं हुआ लेकिन स्वतंत्रता के खिलाफ एक नींव स्थापित जरुर हुई |
स्वतंत्रता आन्दोलन
20 वीं सदी के प्रारंभ में भारतीय समाज सुधारक, नेता और कई भारतीय संगठन एक साथ मिलकर अंग्रेजो के खिलाफ संगठित संघर्ष शुरू किये | 1885 में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस की स्थापना हुई और इसने स्वतंत्रता की दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया | महात्मा गाँधी, बाल गंगाधर तिलक, सुभाषचंद्र बोस, जवाहर लाल नेहरु और सरदार वल्लभ भाई पटेल आदि जैसे विभिन्न नेताओ ने कई आन्दोलन का नेतृव किया |
असहयोग आन्दोलन
1915 में जब महात्मा गाँधी भारत लौटे तब सवतंत्रता संग्राम को एक नयी दिशा मिली | गाँधी जी के नेतृत्व में सत्याग्रह, अहिंसा आदि पर आधारित आन्दोलन की शुरुआत हुई | प्रमुख आन्दोलन की बात करे तो 1920 का असहयोग आन्दोलन, 1930 का सविनय अविज्ञा और 1942 का भारत छोडो आन्दोलन था | और इस आन्दोलन से ब्रिटिश कांपने लगे |
भारत छोडो आन्दोलन
भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन से द्वितीय विश्व युद्ध के समय भारत को स्वतंत्रता देने की मांग की लेकिन उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई | इस मांग से नाखुश महात्मा गाँधी के नेतृत्व में 1942 को करो या मरो का नारा दिया और भारत छोडो आन्दोलन की शुरुआत हुई | इसके बाद ब्रिटिश के ऊपर दबाव अधिक बढ़ा |
1947 तक अंग्रेज यह समझ गए थे की अब भारत में हम शासन नहीं कर सकते | उसके बाद 3 जून 1947 को ब्रिटिश के वायसराय लार्ड माउन्टबेटन ने भारत के स्वतंत्रता की घोषणा कर दी | उसके बाद 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को स्वतंत्रता मिली और साथ ही पाकिस्तान के रूप में विभाजन भी हुआ |
तो यह था स्वतंत्रता संग्राम की एक छोटी संक्षिप्त में कहानी | आप सभी देशवासी मिलकर इस दिन को विशेष रूप से मनाये और तिरंगे को जरुर सलाम करे | ऐसे ही और अधिक जानकारी के लिए हमें जरुर फॉलो करे |
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