monkeypox disease : मंकीपॉक्स बीमारी
monkeypox एक प्रकार का बीमारी है जो वायरस की वजह से होता है | इसमें शरीर में चकत्ते और फ़्लू जैसे लक्षण दीखते है | यह चेचक के लिए भी जिम्मेदार वायरस है| अगर आप इससे संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में जाते है तो आपको भी यह बीमारी हो सकती है | आँख से , नाक से, तथा त्वचा पर कहीं कट से हमारे शरीर के अन्दर प्रवेश कर सकता है | इसका केस रेयर तो है लेकिन यह जानलेवा साबित हो सकता है |
monkeypox disease : मंकिपोक्स बीमारी संक्रमित जानवरों जैसे चूहा, बन्दर और गिलहरी आदि जैसे जानवरों के द्वारा भी फ़ैल सकता है |सबसे अधिक मामले अभी अफ़्रीकी देशो से आ रहे है | और इस मंकिपोक्स बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी चिंतित है और इसे लेकर अहम फैसले लिए जा सकते है |
monkeypox को फैलता हुआ देख एक डर सा मॉहौल है की कहीं यह धीरे धीरे दुनिया में न फैले और इसी को लेकर WHO अपनी बैठक में इसको लेकर चर्चा कर रही है इसे ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर सकते है | चेचक आप लोग जानते ही होंगे यह भी कुछ इसी प्रकार का बीमारी है| रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीका में सबसे अधिक प्रभाव बच्चो पर पड़ रहा है | यह खतरनाक इसलिए है क्योंकि यह एक संक्रामक बीमारी है जो एक से दुसरे में फैलता है जैसे की सर्दी जुकाम |
symptoms of monkeypox : मंकीपॉक्स के लक्षण
1. कोई व्यक्ति जो इस बीमारी से संक्रमित है और कोई दूसरा व्यक्ति उस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो उसे भी इसके लक्षण दिखाई देने लग जाते है लक्षण सामने आने में कुछ समय लग सकता है |
2. मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षण की बात करे तो सबसे पहले बुखार की स्थिति उत्पन्न होती है उसके बाद शरीर में धीरे धीरे चकते या त्वचा में दाने होने लगते है |
3. सबसे पहले यह दाने चेहरे पर दीखते है उसके बाद धीरे धीरे हाथ से आगे बढ़ते हुए पुरे शरीर में होता है
4. शरीर में निकले दाने कई चरणों से गुजरते है जैसे पहले दाने फफोले में बदलते है उसके बाद यह धीरे धीरे भर जाता है और फिर पपड़ी बन जाता है |
5. शरीर में ये दाने कहीं पर भी हो सकती है जैसे मुंह, चेहरा, पैर, हाथ , गला, लिंगो में |
monkeypox prevention : मंकीपॉक्स से बचाव
1. monkeypox disease को रोकने के लिए JYNNEOSTM वैक्सीन भी उपलब्ध है और यह इम्वेनेक्स के नाम से मेडिकल में मिल जाती है
2. अफ्रीका में इसके लक्षण अधिक दिखाई देते है इसलिए इस वैक्सीन का प्रयोग भी वही अधिक किया जाता है कहते है इससे 86 प्रतिशत मंकिपोक्स को रोकने में प्रभावी है |
3. जो टिके चेचक के लिए उपलब्ध है उससे भी कुछ हद तक इसे कम किया जा सकता है
4. WHO के अनुसार जो लोग चेचक का टिका लगा चुके है उनके लिए मंकीपॉक्ससे सुरक्षा की सम्भावना अधिक बढ़ जाती है
5. प्राथमिक बचाव में यही है की चेचक के टिके लगे होना चाहिए लेकिन जिन इलाको जैसे केन्या, युगांडा, कांगो आदि वहां इसके टिके बहुत कम है |
आप भी सतर्क रहे है अगर आपको भी इसके लक्षण दिखाई देते है तो जल्द से जल्द ट्रीटमेंट जरुर ले | ऐसे ही और जानकारी के लिए हमें जरुर फॉलो करे |
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