Dubai cloud seeding || क्लाउड सीडिंग क्या है जाने कैसे और क्यों डूब गया दुबई
Dubai cloud seeding : दुबई में हल ही में क्लाउड सीडिंग कराया गया जिसमे पूरा दुबई डूब गया रेगिस्तान में ऐसा पानी बरसा की पूरा दुबई जलगन हो गया | दुबई में इसके वजह से से लगभग दो साल जतनी बारीश एक ही दिन में हो गया जिससे संयुक अरब अमीरात के आस – पास के इलाको में भारी बारिश का हुआ क्लाउड सीडिंग मानव द्वारा कृत्रिम बारिश करने के लिए प्रयोग किया जाता है लेकिन कभी कभी यह एक वरदान से ज्यादा अभिशाप भी बन जाता है जिसकी वजह से दुबई जैसा शहर आज भारी पानी के चले जल भराव हो गया है चलिए जानते है की क्लाउड सीडिंग क्या है यह कैसे कम करता है और किस कर्ण से दुबई में एक साथ ज्यादा बारिश हो गया |
दुबई शहर एक ऐसा देश है जो रेगिस्तान में बसा उन्नत शहर है जहा हजारो लोगो घुमने जाते है लेकिन हल ही में 16 अप्रैल 2024 को बहुत तेज बारिश होने लगा बारिश रुकने का नाम नहीं ले रहा था काले बदल छाए हुए थे | दुबई के सभी एरपोर्ट, रेल सभी तरह के यातायात बंद हो गया लगभग 24 घंटे में 160 मिली लीटर तक बारिश हुआ जो की सोशियल मीडिया में वायरल हो रहा है |
वैज्ञानिको का यह मानना है की सोमवार और मंगलवार को क्लाउड सीडिंग के लिए जहाज उड़ाया गया था लेकिन उन्हें मौसम के बारे में जानकारी नहीं था इससे समय मौसम और की गढ़बडी और तूफान की आशंका नहीं था जिसकी वजह से कृत्रिम बारी के आलावा मौसम और बिगड़ गया जिसकी वजह से अत्यधिक बारी हो गया जलवायु परिवर्तन का सटीक अनुमान न लगा पाने की वजह से 2 साल जितनी बारिश का सामना दुबई को करना पढ़ गया |
दुबई रेगिस्तान में बसा शहर है जहा अक्सर इस ताकिन द्वारा बारिश कराया जातात है लेकिन इस बर कुछ गड़बड़ी हो गया | गल्फ स्टेट नेशनल सेंटर ऑफ मेट्रोलॉजी ने बताया जी इसके लिए 15-16 को 7 जहाजो ने क्लाउड सीडिंग के लिए उड़न भरा था |
दुबई में बारिश का बम क्यों फटा
दुबई तथा उसके आस पास के देशो में बहुत धीमी गति से साउदर्न जेट स्टीम बह रहा है | यह एक वायु मण्डली हवा है जो अपने साथ गर्म हवा लाती है दुबई एक रेत में बसा है जहा ऐसे गर्म हवा के धुल चलती रहती है जो की एक तरह के क्लाउड सीडिंग का कार्य करते है जिसकी जिसकी वजह से जलवायु परिवर्तन के कारण ज्यादा बारी हो गया |
क्लाउड सीडिंग क्या है ?
क्लाउड सीडिंग वह प्रक्रिया है जिसे प्राकृतिक बारिश के लिए उपयोग किया जातात है इसमें जहाज में सिल्वर आयोडाइड एरोसोइल को बदलो में छिडकाव किया जातात है जिससे बदलो के कण आपस में सघन होने लगते है जिसकी वजह से बारिश की बुँदे बनाने लगती है और बारी होता है है इसका उपयोग मौसम की जानकारी तथा जगह देख कर किया जाता है जहा बदलो के कण उपस्थित हो ऐसे जगहों में सिल्वर आयोडाइड एरोसोइल का जहाज द्वारा छिडकाव कर किया जाता है |
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