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ToggleAll About Kanker District | कांकेर जिला छत्तीसगढ़
All About Kanker District : कांकेर छत्तीसगढ़ का एक अभिन्न अंग है | छत्तीसगढ़ के उन क्षेत्रो में से है जो वनों ओ पहाडियों से घिरा हुआ है | कांकेर छत्तीसगढ़ के आर्थित महत्व की धरती है | कांकेर जिला अपनी संस्कृति के लिए पुरे छत्तीसगढ़ सहित भारत में भी ख्याति प्राप्त जिला है | यहाँ छत्तीसगढ़ का यह कांकेर जिला प्राकृतिक संपदा से भरपूर है | छत्तीसगढ़ का यह कांकेर जिला छत्तीसगढ़ को प्राकृतिक संपदा से भरपूर बनाती है | यह जिला गडिया पर्वत के नाम से पुरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है |
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले का गठन कब हुआ है ?
छत्तीसगढ़ का यह कांकेर जिला पुरे छत्तीसगढ़ में अपनी सांस्कृतिक विशेषताओ के लिए जानी जाती है | यह जिला पुरे छत्तीसगढ़ में अपनी गडिया पर्वत के लिए प्रसिद्ध है | छत्तीसगढ़ का यह कांकेर जिला छत्तीसगढ़ के दक्षिणी केंद्र में स्थित है | पहले कांकेर जिला छत्तीसगढ़ के ही पुराने जिले बस्तर का हिस्सा हुआ करता था | साल 1998 में इसे एक नए जिले के रूप में मान्यता मिली उस समय छत्तीसगढ़ राज्य के रूप में अस्तित्व में नही आया था | उस समय यह राज्य मध्यप्रदेश का एक हिस्सा हुआ करता था |
कांकेर जिले कौन कौन सी भाषा और बोलिया बोली जाती है ?
छत्तीसगढ़ का कांकेर अपनी पुरानी सभ्यताओ के लिए पुरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है | यहाँ के लोगो का प्रमुख आय का साधन इस क्षेत्र में मौजूद घने वन है | यहाँ के लोगो को अपनी अजीविका के लिए वनों पर निर्भर करती है | यहाँ रहने वाले लोगो के द्वारा हिंदी , बंगाली , छत्तीसगढ़ी , गोंडी और हल्बी भाषा और बोलियाँ बोली जाती है |
कांकेर में कौन सी नदी बहती है ?
कांकेर जिला छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है | यह पुरे छत्तीसगढ़ में अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है | कांकेर 20.6 – 20.24 के रेखांश के भीतर स्थित है और अक्षांश 80.48 – 81.48 है ( यहाँ पर डॉट का अर्थ डिग्री से है ) | छत्तीसगढ़ के इस जिले में मुख्य रूप से 5 नदिया बहती है जो इस प्रकार है – दूध नदी , महानदी , हटकुल नदी , सिंदूर नदी , और तरु नदी | इनमे से सबसे प्रसिद्ध नही दूध को मानी जाती है | इसका पानी दूध की धारा जैसी दिखाई देती है इस लिए इसे दूध की नदी के नाम से जाना जाता है |
कांकेर जिले में कुल कितने गाँव है ?
कांकेर जिला छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है यहाँ पर आदिवासी लोग अधिकता से निवास करते है यह क्षेत्र नक्सलियों का भी गढ़ माना जाता है | यह जिला अपनी प्राकृतिक खूबियों के लिए जानी जाती है यह जिला नक्लवाद से प्रभित होने के बावजूद लोगो को अपनी ओर आकर्षित करती है हर साल कई हजार लोग यहाँ पर खुमने आते है | छत्तीसगढ़ के इस जिले में कुल 1119 गाँव है |
कांकेर जिले में कितने तहसील है ?
छत्तीसगढ़ का यह जिला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 140 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है | और यह जगदलपुर से करीब 160 किलोमीटर की दुरी पर पड़ता है | वर्तमान में कांकेर जिला में 7 तहसील मौजूद है जो निम्न है – कांकेर , चारामा , नरहरपुर , भानुप्रतापपुर , अंतागढ़ , दुर्गुकोंदल , कोयलीबेडा |
कांकेर जिले का वर्तमान कलेक्टर कौन है ?
चाह्त्तिसग्ढ़ का यह कांकेर जिला छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | छत्तीसगढ़ का यह जिला नक्सवाद से बुरी तरह से प्रभावित दिखाई देता है | छत्तीसगढ़ के इस जिले का वर्तमान कलेक्टर का नाम माननीय अभिजित सिंह जी है |
कांकेर जिले में कौन सा प्रसिद्ध मंदिर है ?
छत्तीसगढ़ के इस जिले में एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है जिसे पार्श्वनाथ का मंदिर कहा जाता है | यह अपनी प्राचीनता के लिए पुरे छत्तीसगढ़ सहित भारत में भी प्रसिद्ध है | कांकेर जिले की स्थापना साल 1998 में हुयी थी उस समय छत्तीसगढ़ राज्य मध्यप्रदेश के अंतर्गत आता था |
कांकेर में मेले का आयोजन कब होता है ?
कांकेर जिला अपनी प्राचीन संस्कृतियों कलिए पुरे भारतवर्ष में ख्याति प्राप्त कर चुका है | यहाँ के निवासियों के हर साल एक बहुत ही बड़े मेले क आयोजन किया जाता है | याह पर हर साल 15 जनवरी से 23 जनवरी तक मेले का आयोजन किया जाता है | इस मेले में घुमाने के लिए पुरे बारत से लोग आते है |
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