Raigarh jila chhattisgarh | रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़
रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण जिलो में से एक है | रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ वन क्षेत्रो से घीरा हुआ है | यह क्षेत्र खनिज सम्पदा से भरपूर है | रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ के पूर्वी भाग में स्थित है | रायगढ़ जिले का उत्तरी हिस्सा जंगलो से भरा पर्वतीय इलाका है साथ ही इसका दक्षिणी हिस्सा मैदानों से भरा हुआ है | यहाँ पर सिंघनपुर , ओगना , करमागढ़ और काबरा पहाड़ में प्रागैतिहासिक काल के मानवो द्वारा बनाई गयी चित्रकारी दिखयी देती है | इस कारन से यहाँ का उपनाम ही शैलाश्रयो का घर पद गया है |
एशिया की सबसे बड़ी स्पंज आयरन कंपनी जिंदल स्टील आयरन कंपनी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में ही स्थित है | मोनेट सपाट भी इसी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थित है | इसके अलवा भी यहाँ कई सारे छोटे छोटे उद्योग धंधे लगे हुए है | यहाँ पर अधिकार उद्योग स्टील कंपनियों के ही है इस कारन रायगढ़ स्पात का बहुत ही बड़ा बाजार है |
यहाँ का कोसा और ढोकरा शिल्प कला दुनिया भर में प्रसिद्ध है | छत्तीसगढ़ का यह रायगढ़ जिला सांस्कृतिक दृष्टि से भी बहुत ही समृद्ध है | रायगढ़ को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक राजधानी भी कही जाती है | छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के राजा चक्रधर सिंह ने कला और संस्कृति को बहुत अधिक प्रोत्साहित किया | उन्ही के सम्मान में हर साल चक्रधर समारोह का आयोजन किया जाता है | छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला अपने शास्त्रीय संगीत और कत्थक विद्या के लिए पुरे भारत में प्रसिद्ध है |
रायगढ़ जिला का प्रशासनिक विवरण
रायगढ़ जिले का गठन सन 1948 में हुआ था इस समय छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश में सुमेलित था | यहाँ की जनसख्या 14.93 लाख है | यहाँ का लिंगानुपात 991 है यहाँ का लिंगानुपात छत्तीसगढ़ के लिंगानुपात के बराबर है | रायगढ़ का 16.49 प्रतिशत हिस्सा ही शहरिकरण के अंतर्गत आता है | यहाँ का साक्षरता दर 73.26 प्रतिशत है | रायगढ़ जिला का जिला कोड नंबर CG – 13 है | यहाँ का रास्ट्रीय राजमार्ग NH-153 है |
रायगढ़ जिला का सीमावर्ती जिला 5 है जिनमे जशपुर , सरगुजा , कोरबा , सक्ती , सारंगढ़ – बिलाईगढ़ जिला शामिल है | यहाँ पर 8 तहसील है जिनमे 1.खरसिया 2.रायगढ़ 3.लैलूंगा 4.तमनार 5.घरघोड़ा 6.धरमजयगढ़ 7.पुसौर 8.मूकडेगा शामिल है |
इस जिले में कुल 7 विकासखंड शामिल है जिसके अंतर्गत 1.खरसिया 2.रायगढ़ 3.लैलूंगा 4.तमनार 5.घरघोड़ा 6.धरमजयगढ़ 7.पुसौर यहाँ पर एक नगर निगम स्थित है जो रायगढ़ है | यहाँ पर 4 विधान सभा क्षेत्र है – 1.धरमजयगढ़ 2.लैलूंगा 3.खरसिया 4.रायगढ़ और केवल एक लोकसभा क्षेत्र है जो रायगढ़ है |
रायगढ़ जिले का इतिहास
राजा मदन सिंह जी को रायगढ़ जिले का संस्थापक माना जाता है | जो महाराष्ट्र से आये थे | वह के लोगो द्वारा बताया जाता है की पहले रायगढ़ संबलपुर जिले का एक भाग था और मदन सिंह उसके सामन्त थे | कालांतर में उन्होंने स्वतन्त्र राज्य स्थापित किया | महाराजा मदन सिंह जी ने महानदी के किनारे एक किला यानी गढ़ बनाया जिसका नाम जिसका नाम राय था |
इसी किले के नाम के कारण इस जिले को रायगढ़ कहा जाता है | महाराजा चक्रधर सिंह जी इस प्रान्त के अंतिम शासक थे | स्वतंत्र भारत में शामिल होने वाली कुछ पहली रियासतों में छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला भी शामिल था | पहले यह मध्यप्रदेश का हिस्सा बना और बाद में छत्तीसगढ़ के गठन के बाद इसमें शामिल हो गया |
भगौलिक विवरण
भागार्भिक शैलक्रम – गोंडवाना क्रम , दक्कन ट्रैप
खनिज संपदा – रायगढ़ जिला कोयला , बाक्साइट , चूनापत्थर , डेलोमाईट , फ्लोराईट , क्ले आदि खनिजो से समृद्ध है | यहाँ पर सोना भी पाया जाता है | बिरहोर यहाँ की प्रमुख जनजाति है | इसके अलावा यहाँ पर कोरबा , उराव , गोंड , कंवर आदि अन्य जातिया पाई जाती है | लारा , महुआ पाली ,सियारपाली आदि यहाँ के औद्योगिक क्षेत्र है | इस जिले की प्रमुख नदी केलो नदी है जिसका उद्गम लैलूंगा पहाड़ी है | इस नदी पर केलो परोयोजना बनाया गया है |
साथ ही यहां की दूसरी प्रमुख नदी महानदी है इस नदी पर प्रदेश का सबसे लंबा पूल बनाया गया है | जो सूरज गाँव और नदी गाँव के बिच बना हुआ है यह पूल 1830 मीटर लंबा है | रायगढ़ जिले में एक रामझरना जलप्रपात स्थित है |
रायगढ़ में पर्यटन स्थल
1.सिंघंपूर गुफा – यह गुफा रायगढ़ जिला मुख्यालय से करी 20 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है यह छत्तीसगढ़ में प्राप्त शैलचित्र युक्त शैलाश्रयो में से एक है | यहाँ अंकित चित्रों में शिकार दृश्य नर्तक टोली , तथा अन्य मानवकृति शामिल है | इनकी खोज एंडरसन द्वारा 1910 में की गयी थी |
2.राम झरना – शहर से करीब 20 किलोमीटर की दुरी पर खरसिया विकासखंड में राम झरना है जो बहुत ही सुन्दर दिखाई पड़ता है | इस झरने की उपस्तिथि राम कालीन युग से माना जाता है | यह पिकनिक के लिए एक बहुत ही शानदार स्थान माना जाता है | ऐसी मान्यता है की इस झरने का निर्माण श्री राम चन्द्र जी ने सीता माता की प्यास बुझाने के लिए अपने बानो के वार से निर्मित की थी |
3.गौरी शंकर मंदिर – गौरी शंकर मंदिर छत्तीसगढ़ का बहुत प्रसिद्ध मंदिर है इसके बारे में ऐसा कहा जाता है की यह देश का एक मात्र ऐसा मंदिर है जिसमे भगवान् शिव और पार्वती माता की पूजा होती है लेकिन झुला उत्सव भगवान् श्री कृष्ण जी का होता है | इस मंदीर का निर्माण एक दानवीर सेठ करोड़ीमल जी ने करवाया था सन 1946 में इस मंदिर को बनवाने के लिए हरियाणा से कारीगर बुलवाए गये थे | मंदिर का निर्माण कार्य 2 साल में पूरा हुआ |
रायगढ़ जिले का प्रमुख शिक्षण संस्थान
रायगढ़ जिले का प्रमुख स्कूल
- ओ.पि.जिंदल स्कूल
- कृष्णा पुब्लिक स्कूल
- महर्षि विद्या मंदिर
- सेंट जेविएर्स इंगलिश स्कूल
केन्द्रीय स्कूल
- मोनेट डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल
- करोड़ीमल नटवर हाईस्कूल
- रॉयल नेशनल स्कूल
- दिल्ली पब्लिक स्कूल
- साधुराम विद्या मंदिर
रायगढ़ जिले में विश्वविद्यालय
- ओ.पि.जिंदल विव
- माँ मंगला कॉलेज ऑफ आईटी एंड मैनेजमेंट
- रायगढ़ सिटी कॉलेज
- करोड़ीमल पोलीटेकनिक कॉलेज
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