Good Service Tax : GST जो आम जनता के लिए एक बीमारी सी बन गयी है जो बढती जा रही है लेकिन राहत बिल्कुल नहीं
GST (Good Service Tax ) के बारे में आप सभी जानते है | यह एक सेवा कर है इसका फुल फॉर्म Good Service Tax होता है | याने की आप सरकार को सेवा के बदले उसे कुछ राशी कर (TAX ) के रूप में देते है जिससे सरकार उस पैसे से देश के विभिन्न क्षेत्रो में विकास के लिए लगाती है |
GST क्यों लाया गया था
GST (Good Service Tax ) जिसे सरकार ने यह सोच कर लाया था की अब आम जनता से लेकर सभी को बार – बार के TAX देने से राहत मिलेगा और उसे एक ही बार उस वस्तु के लिए कर देना होगा और यह आसान भी होगा | लेकिन आज की तारीख में यह सही साबित होता नहीं दिखाई दे रहा क्योंकि आज आम जनता इस GST से बहुत परेशान हो गयी है | ऐसा इसलिए क्योंकि आज हर चीज पर वो टैक्स लग रहा है जिससे पहले कभी आपको देना नहीं पड़ता था |
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अभी हाल ही में TAX सम्बन्धी एक प्रेस कांफ्रेंस किये थे जिसमे उन्होंने एक बड़ी घोषणा कर दी लेकिन वह आम जनता के लिए भलाई कम और लुटने का काम ज्यादा दिखाई दे रहा है ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने कार पर ऐसी GST लगे है की आप अगर कोई कार लेते है उस पर टैक्स देते है लेकिन अगर आप उसे सेकंड हैण्ड किसी को बेचते है तो उस पर भी आपको टैक्स देना होगा |
निर्मला सीतारमण की प्रेस कांफ्रेंस का सार
इसे विस्तार से समझते है जैसे की आपने कोई कार 8 लाख की खरीदी और इस पर केंद्र और राज्य , तथा सेवा आदि कर लगाकर लगभग 35 % टैक्स देना होगा | लेकिन अगर आप इसी कार को 5-6 साल चलाकर किसी को बेचेंगे जैसे आपको यह कार 15 लाख की बनी और अपने 6 साल बाद इसे 5 लाख में बेच दिए | तो इन दोनों के बिच का जो मार्जिन है (अंतर) 10 लाख का उस पर आपको 18 % टैक्स देना होगा | पहले ऐसा नहीं होता था लेकिन अब इस पर टैक्स लागु कर दिया गया है | अब बेचारा बेचने वाला भी कैसे बेचेगा |
यहाँ तो सिर्फ कार की बात हो रही है लेकिन असल में आप देखेंगे तो आपको हर एक चीज के लिए टैक्स देना होता है | इससे सबसे ज्यादा परेशान आम जनता और मिडिल क्लास लोग होते है | अमीरों का क्या है उनके लिए कुछ महंगा हो भी गया तो वे खरीद लेंगे लेकिन आम जनता का हिसाब तो गड़बड़ा जाता है न | अगर आप कोई गाड़ी लेंगे उस पर टैक्स, इंश्युरेंस कराएँगे उस पर टैक्स , सड़क टैक्स, टोल टैक्स, चालन , बेचने पर टैक्स |
GST से परेशान आम जनता
यहाँ किसी को कहाँ आराम है | सरकार देश को विकास बनाने के लिए टैक्स तो बढ़ा रही है लेकिन विकास कितना हुआ और विकास किस दिशा में कितना बढ़ा यह सब कागजो में दबा हुआ है | भ्रष्टाचारी इतनी बढ़ी हुई है की सरकारी चपरासी भी अधिकारी से मिलने के पैसे लेता है | जो हम टैक्स देते है उसका सरकार कहती है इससे हम देश के विकास में लगाते है लेकिन असल में अगर आप गौर से समझेंगे तो आप देखेंगे की यह पैसा जाता है उनकी बढती हुई salary में, उन सड़को में जो और ख़राब होती जा रही , उन पूलों में जो एक ही साल में गिर जाते है |
हम भी देश के विकास में अपना सहयोग देना चाहते है लेकिन अगर आप हमसे हमारा सबकुछ छीन लेंगे तो खुद को कैसे बचायेंगे | अगर स्वयं के लिए कुछ बचेगा ही नहीं तो देश की सेवा में क्या लगायेंगे | यही कहना है आज हर उस आदमी का जो दो वक्त की रोटी के लिए अपने परिवार के लिए दिन रात काम करता है और उनकी salary से टैक्स काटा जाता है | salary तो ठीक है लेकिन अगर आप उससे बचत कर उस पैसे को जमा करते है उस पर भी टैक्स , आप कोई छोटी सी छोटी हो या बड़ी आपको उस पर भी टैक्स देना होता है |
आम जनता के लिए बचता ही क्या है ? सरकार अगर आम जनता की भलाई सोचती तो ये टैक्स कम करती या इस पर ऐसा नियंत्रण लगाती की सबके लिए आसान हो | आप खुद देखिये आप अगर एक चोकलेट भी खाते है उस पर भी टैक्स लगता है | आप सोना ,चांदी ,गाड़ी, मकान,जमीन, हर चीज में टैक्स लगता है वो भी अधिक |
अब आप खुद सोचिये यह GST किसलिए लाया गया था और अब क्या हो गया | सरकार को इस पर ध्यान देना होगा और इसे आम जनता के लिए आसान बनाना होगा नहीं तो देश के विकास में जो सबसे बड़ा हाथ आम जनता का है उनके हाथ पीछे हो जायेंगे | अगर आप सोचते है की मुझे कोई टैक्स नहीं देना पड़ता | आप एक लिस्ट बनाइये किसी भी सामान का और उसे खुद खरीदने जाये और घर में आकर उस सामान के पीछे लिखे डिटेल्स को पूरा पढ़िए आपको पता चल जायेगा की आप कितना टैक्स देते है |
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