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fact about bhutan : भूटान देश के बारे में कुछ प्रमुख तथ्य देखें

fact about bhutan
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fact about bhutan | भूटान देश से जुडी प्रमुख बाते

fact about bhutan : यह भारत का पडोसी देश है यह एक ऐसा देश है जहा के लोगो को पदों से बहुत अधिक प्यार वह लगाव रखता है | भूटान बहुत छोटा देश है जहा कि जनसँख्या तकरीब 9 लाख ही है लेकिन छोटा होने के बावजूद यह देश कभी किसी का गुलाम नही बना है | भूटान यह दुनिया के सबसे खुस देशो में से एक है जहा विकास का अर्थ खुशियों से है भूटान के लोग खुशहाल जीवन बिताते है | क्योकि यहाँ के विकास का माप दण्ड यहाँ के लोगो कि खुसिया है |

यह एक ऐसा देश है जहा कोई भिखारी नही है और न ही कोई व्यक्ति बे घर है यहाँ के लोगो को टीवी इंटरनेट कि कोई परवाह नही है क्योकि वो लोग ज्यादा जीवन जीने में विश्वास रखते है | यहाँ इंटरनेट वह टीवी को साल 1999 में ही इजाजत दिया था भूटान के एक तरह चीन है तो वही दूसरी तरफ भारत है | हिमालय की गोद में बसा भूटान की राजधानी है तिभु | जबकि आर्थिक राजधानी फिक्चोली है

भूटान देश के बारे में कुछ प्रमुख तथ्य देखें
भूटान देश के बारे में कुछ प्रमुख तथ्य देखें

भूटान की कुल आबादी

bhutan  की कुल आबादी में 76% बुद्धिष्ट है और बाकी 24% हिन्दू है भूटान हिमालय के गोद में बसा हुआ है लेकिन जब आप भूटान जाओगे तब आपको पता चलेगा कि यहाँ के लोग कितना क्रिएटिव है यहाँ की आर्किटेक्चर कितना दमदार है | पहाड़ो पर तैयार किया गया यहाँ के होटल बहुत खुबसूरत दिखाई देता है |

भूटान के लोगो में पेड़ो से लगाव

यहाँ के लोग पेड़ो से बहुत लगाव रखते है  bhutan  के लोग पर्यावरण अपने पर्यावरण से बहुत प्यार करते है और अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हर मुमकिन कोशिश कतरे है | यहाँ के लोगो का पेड़ लगाना बहुत लोकप्रिय है | वर्ष 2015 में भूटान के मात्र एक घंटे में ही 50 हजार पेड़ लगाने का गिनिस वार्ड रिकोर्ड भी बना लिया है |

इतना ही नही राजा और रानी के प्रथम पुत्र प्राप्ति पर पुरे देश में 1 लाख 8 हजार पौधा लगा कर खुद बहुत खुसिया मनाई थी | ऐसा तो हिंदुस्तान में भी होना चाहिए | सच में खुसिया मनाने का इससे अच्छा तरीका मैंने पहले कभी नही देखा है | हमें भी भूटान के लोगो कुछ से सीख लेनी चाहिए |

भूटान देश के कानून

bhutan देश के कानून के मुताबिक यहाँ के 60% भाग में जंगल ही होना चाहिए | अभी के समय में भूटान का 70% क्षेत्र पेड़ो से ढका हुआ है यहाँ किसी लुप्त प्राणी के जीवो को मारने पर उम्र कैद की सजा का भी प्रावधान है | प्लास्टिक की थैलिय यहाँ पर 1999 से ही प्रतिबंध है और तंबाखू का सेवन पूरी तरह प्रतिबंधित है |

भूटान की संस्कृति

भूटान अपनी संस्कृति को बचाने के लिए  bhutan  के लोग सदियों तक विश्व से संबध नही बनाए | सन 1970 में पहली बार किसी विदेशी पर्यटक को आने की इजाजत दिया | बहुत ही अच्छा प्राकृतिक दृश्य और संस्कृति आपको भूटान में देखें को मिलेगा | भूटानी सरकार पर्यटकों को सिमित रखता है | दक्षिण एशिया के बहार से आने वाले लोगो से 250 डॉलर प्रित दिन के हिसाब से पैसा लेते है |

यहाँ के निवासी चोखा भाषा में बात करते है भूटान देश का नाम भूटान नही है इसे केवल इंग्लिश में भूटान कहते है | इसका का स्थानीय नाम druk yul है इसका मतलब होता है ड्रैगन का देश |

विश्व का अद्भुद देश भूटान

bhutan को विश्व का अद्भुद देश के नाम से जाना जाता है लेकिन क्यों इसका रहस्य बहुत ही आश्चर्य चकित है | क्या आपको किसी देश के ट्रेफिक पुलिस वाले को वहा के पारंपरिक नृत्य के जरिए ट्रेफिक को कंट्रोल करते देखा है | लेकिन आपको बता दे की भूटान कि राजधानी थिम्पू में कोई ट्रेफिक लाईट नही लगाईं गई है इसके बावजूद यहाँ पर ट्रेफिक का काम अच्छे से चलता है | जब लोग यहाँ के इतने समझदार है तो क्या जरुरत है ट्रेफिक लाईट की |

सभी लोग एक ही दिन अपना जन्म दिन मानते है

bhutan के सभी लोग अपना जन्म दिन वर्ष में एक दिन यानी साल के पहले दिन मनाया करते है | वास्तव में यहाँ किसी ने आपके आपको परखा ही नही है कि यहाँ उनकी उम्र कितनी है |

भूटान में भगवान बुद्ध

भूटान में भगवान बुद्ध को पूजा जाता है | और उन्ही के द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलते है | भूटान के लोग बहुत ही शांत स्वभाव के होते है | लड़ाई झगडे का यहा कोई संस्कृति नही है |

भूटान की संस्कृति
भूटान की संस्कृति

भूटान के लोगो का सौक

भूटान देश के लोग डास के बहुत सौकीन होते है यहां हर तरह के तौहार को नाच गाने के साथ मनाया जाता है जब यहाँ के नोकल अपना डास की प्रस्तुति देते है तो सभी लोग इसे देखते ही रह जाते है आप देख सकते है इनके कलर फूल कपडे को एक अलग तरह के पगड़ी | यहाँ का चाम डास काफी लोक प्रिय है

यहा के स्थानीय लोगो किसी तौहार में डास कि प्रस्तुति देते है बल्की पर्यटकों के लिए भी मनोरंजन का साधन भी बनते है |  यही लोग तो भूटान के पर्यटकों को बढ़ावा दे रहे है | सैलानियों के बीच भूटान अपने खाने वह भोजन के लिए भी जाना जाता है | यह देश पर्यटकों को कई रहस्य से रूबरू करवाता है |

भूटान की सुरक्षा

भारतीयों को bhutan जाने के लिए पासपोर्ट कि जरुरत नही होती है हा भूटान जाने के लिए आपको परमिट जरुर लेना होगा | इसकी एक वजह यह है कि भूटान का अपनी अलग सेना नही है इस देश कि सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत ने लिया है | भूटान का मुख्य आर्थिक सहयोगी भारत ही है इस देश का मुख्य निर्यात बिजली ही है | यहाँ पर स्वास्थ्य सेवा वह एजुकेशन बिलकुल फ्री है |

भूटान के बारे में कुछ प्रमुख बाते

bhutan  में लडको के बदले लडकियों को संपत्ती दिया जाता है |

यहाँ पर लड़का हो या लड़की एक से अधिक सादिया कर सकते है |

यहाँ आम तौर पर महिलाए ही मुखिया होती है |

महिलाए ही दुकाने वह व्यवसाय भी चलाती है |

यहाँ के खेतो पर काम भी करती है |

यहाँ के खान पान में तीखी मिर्च के साथ ज्यादा तर पकवानों में मसाले का उपयोग किया जाता है |

यहाँ काने पीने का बहुत से विकल्प मौजूद है जैसे इमा दाकसी आदि |

भूटान में ट्रेकिंग

भूटान देश में ट्रेकिंग का अपना अलग मजा है यहाँ के हिमालय के पहाडो में ट्रेकिंग करना किसी एड्वेचार से कम नही है | आपको ट्रेकिंग का मजा लेना है तो इसके लिए आपको अप्रैल के महीने में भूटान जाना चाहिए | वही अगर आपको मौसंम का लूतप उचाना है तो इसके लिए आपको अक्टूबर के महीने में जाना चाहिए |

भारत के बहुत से लोग भूटान में

भारत के बहुत से युवा भूटान में ट्रेकिंग के लिए ही जाते है | यहाँ के ऊचे ऊचे पहाडियों में ट्रेकिंग करना टेंट लगा कर वहा घूमना रात में आग जला कर खाना बनाना, दोस्तों के साथ अपने पलो को यादगार बनाना इससे ज्यादा आपको क्या चाहिए |

भूटान में सुकून देने वाली जगह

थिम्पू – भूटान की राजधानी और भूटान का सबसे बड़ा शहर है थिम्पू | जिसे आप अपने भूटान यात्रा में जरुर सामिल कीजिए गा | यह शहर वग्जू नदी के किनारे पर स्थित है यह समुद्र तल से 24 मीटर की ऊचाई पर स्थित है और शहर के केद्र में चार समान्तर सड़के है | यहाँ पर मुख्य बाजार, होटल, रेस्टोरेन, कार्यालय, स्टेडियम, खुबसूरत बगीचे आपका मन महो सकते है |

यह भूटान में एक ऐसी जगह है जिसे अपने नाईट लाइफ के लिए भी जाना जाता है | थिम्पू देश की ऐसी जगह है जहा पर आज भी भूटानी परंपराए कायम है | क्योकि यहाँ पर आपको बुद्ध जैसी विभिन्न वास्तु कला के संरचनाए है |

पारु – यह भूटान का तीसरा बड़ा शहर है और पर्यटन की लिहाज से नम्बर एक स्थान है | जो नदी के किनारे पर बसा हुआ है |भूटान देश का एक मात्र हावाई अड्डा पारो में ही है 155 मंदिरों वह मटो का घर यह शहर बहुत भारी संख्या में दुनिया के पर्यटकों को यह आकर्षित करता है |

भूटान देश के प्रतिष्ठित मटो में से एक है टाइगर नेश मुनेट्री जो पारु शहर के एक चट्टान पर स्थित है | जब यहाँ पर्यटक जाते है तो उनको एक अलग ही सुकून मिलता है | यहाँ पर आकर लोग घंटो तक ध्यान किया करते है |

पहाड़ो के बीच में बना यह मोनेस्टी दिखने में यह बहुत ही खुबसूरत है हालाकि पहाड़ो के बीच से निकल कर यहाँ तक पहुचना आसन नही है इसके अलावा पारो की घुमने लायक जगहों में रे पंप जोन और पारो विकात मार्केट शामिल है |

पारो विकात मार्केट में आपको भूटानी परंपरा के इतिहास से आपको सभी चीजे मिल जाएगी |

हाबेली – हाबेली पारो से 67 किलो मीटर की दुरी पर स्थित है यह जो है वह कुदरत के दिल्कास नजारों से भरपूर है यहाँ पर पाहुचते ही ठंढी हवा के झोके पर्याटको का स्वागत करते है | यहाँ की पहाडियों में रंग बिरंगी लहराती पटिकाए यहाँ की खूबसूरती में चार चाद लगा देती है |

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