bharat ka nya khoj : भारत ने पानी रोका तो ये बात आई सामने जानकर आप भी हैरान हो जाएगे ?
bharat ka nya khoj : भारत को जी मिला है उससे भारत सभी देशो से आगे जा सकता है अपने कभी कल्पना भी नही किया होगा कि एक शांत बहती हुई नदी सतलुज सदियों से यह नदी पंजाब की धरती को सिजने का काम कर रही है | यह नदी इतिहास की गवाही देती है हाल ही के समय में इस नदी की रेट ने ऐसा राज खोला है कि जिसे जाकर न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया चौक गई है |
IIT रोपर के कुछ शोध करताओ ने जो एक सामान्य कोइल स्टडी के लिए सतलुज की रेत को एनालाज कर रहे थे | लेकिन तभी उन्हें कुछ ऐसा मिला जो उन्होंने कभी सोचा भी नही होगा, एक ऐसा धातु मेटल जो दिखने में तो मामूली लगता है लेकिन जिसकी कीमत सोने से भी ज्यादा है | इस धातु का नाम है टेंटलम |
- आखिर यह टेटलम है क्या ?
- क्यों अमेरिका जैसी देशो की नीद उड़ गई है ?
टेटलम ये कोई आम धातु नही है इस मेटल की सबसे अनोखी बात यह है कि इसकी साईंलेस ये न तो घिसता है और न ही यह टूटता है न ही किसी केमिकल से जल्दी रिएक्ट करता है | चाहे एसिड हो या एक्सट्रिम रेडिएशन हो, यह 3 हजार डिग्री सेल्सियस की हिट हो टेटलम की बोडी में कोई भी हलचल नही होती है |
मेडिकल की दुनिया में इसे बायो कम्पेटिबल मेटल माना जाता है अगर इसे इंसान की शरीर में लगाया जाए तो न ये इंफेक्शन देता है न ही किसी तरह की कोई एलर्जी देता है | इसका उपयोग ऐसी जगहों पर किया जाता है जहाँ पर किसी भी और मेटल को डालने का मतलब होता है रिजेक्शन या रिश्क होता है पर यह तो बस सुरुआत है |
टैटलम का इस्तेमाल
टैटलम का इस्तेमाल इलेक्ट्रोनिक की दुनिया में रेवेलुशन की तरह है | इसके बीना हाई केपेसेटर बन ही नही सकता है ये केपेसेटर वो होते है जो आपके मोबाईल फोन, लैपटॉप और इवान स्पेस क्राफ्ट को चलाते है | जैसे की नासा के मार्स रोवर्स में जो इलेक्ट्रोनिक सर्किट्स है वो टैटलम केपेसेटर पर ही चलते है |
मार्स जैसी हार्स इनवैरेमेंट एक भी स्पार्क या सोर्ट सर्किट पुरे मिशन को खत्म कर सकता है और वही मेटल अब भारत के पास है पानी ही नदी की रेत में |
टैटलम का डिफेश में उपयोग
टैटलम को डिफेश में भी साइलेट वारियर कहा जाता है इसका उपयोग स्टेल्थ टेक्नोलोजी, आर्मर प्लेटिंग और इवान न्यूक्लियर रिएक्ट में होता है जहा युरेनियम रिक्सन होता है वहा टैटलम उसे कंट्रोल करने में मदद करता है | आज पूरी दुनिया इसे भविष्य का रेडी मटेरियल मानती है और भारत की धरती पर नेचर ने उसे खुद अपने हाथ से दे दिया है |

IIT रोपर के वैज्ञानिको ने सतलुज की रेट में यह खोजा तब उन वैज्ञानिक को यह अंदाजा नही था कि ये पूरी दुनिया की स्ट्रेजिडी को हिला सकती है | टैटलम एक ऐसा मेटल है जो बहुत कम देशो के पास ही मौजूद है कि दुनिया के सिर्फ 5% हिस्से को ही इसकी पूरी प्रोडक्सन का एक्सेस है |
अब भारत उस नक़्शे में शामिल हो गया है जैसे ही इस खबर की जानकारी मिली तो ग्लोबल रेयर अर्थ मार्केट ने तुरंत रिस्पोंट किया विशेषज्ञों ने कहा कि भारत इस इंटर द गेम अब तक रेयर अर्थ डिप्लोमेसी सिर्फ चीन के इशारों पर ही नाच रही थी |
दुनिया के करीब 60% से भी अधिक क्रेटीकल्स मिनरल्स का प्रोडाक्शन सिर्फ चीन में ही होता है | जब उसने अपना क्सेपोर्ट को रोक दिया तो अमेरिका यूरोप को अपने हाथ पैर फूलते देर नही लगी | अब भारत के पास यह मौका है कि सिर्फ बाजार का एक हिस्सा बनाने का नही बल्कि उसकी दिशा को तैय करने का इन्टरनल की माने तो इस को स्ट्रेटिजिक मिनरल के रिजर्व के रूप में टैक किया जा सकता है |
इसका मायानिंग और डिस्ट्रीबुशन बहुत ही सकती के साथ किया जाएगा, इसकी निगरानी जैसे PARC, DRDO, ISRO के जरिए होगा | पंजाब सरकार ने भी जियो लोजीकल सर्वे ऑफ़ इण्डिया के साथ मिल कर इस पुरे जों की साईटिफिक मैपिंग करना शुरू कर दिया है | अब पुरे सतलुज नदी की स्केनिंग की जाएगी | सिर्फ यही देखने के लिए कही और भी ऐसे डिपोजिट है या नही |
टैटलम का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा
चीप बनाने में मदद मिलेगी – आज के समय में जो सिलिकोन के फोन लेपटोप और आपके स्मार्ट फोन में है उनके लिए रेयर अर्थी एलिमेंट क्रिटिक्लस है टैटलम इन चिप्स को हिट प्रूफ और रेडिएसन असिस्टेश बनाता है | भारत जो अब तक चीप प्रोडक्शन में पीछे था वो अब तक फैब्रिकेशन यूनिट शुरू कर सकता है | खास तौर पर डिफेश के लिए |
बेट्री इनोवेट – आज इवी रीवेल्युशन का समय है इन सब में बेट्री इफिशेंसी और थर्मल स्टेबिलिटी | टैटलम के नैनो एलोईस से ऐसी बेट्री का निर्माण किया जा सकता है जो अधिक समय तक चले और जल्दी चार्ज हो और यह बेट्री ओवर हिट न करे |
मेडिकल साइंस – कल्पना कीजिए की एक भारतीय पेशेंट को पेस मेकर की बजाय मेड इन इण्डिया इमप्लांट लगे | इंटरनेशल लेवल में अप्रूव्ड हो और कीमत में 70% सस्ता हो |
आने वाले 5 से 7 सालो में ग्लोबल डिमांड इतनी बढ़ने वाली है कि जो देश तैयार नही होगे वह पीछे छूट जाएगे, ये जानकारी हमारे सामने एक रोड मैप रखती है | एक ऐसा भविष्य जहा पर भारत एक अच्छा कंज्यूमर होगा बल्कि इनोवेशन एक्सपोर्टर भी होगा |
इस तरह के महत्वपूर्ण जानकारी के लिए sujhw24.com के हमारे सोशल मिडिया वेबसाईट पर जरुर विजिट करे |
Join WhatsApp Group | ![]() |
Join Telegram Channel | ![]() |
इसे भी पड़े :-
1.AI Hospital chaina : दुनिया kaपहले AI Hospital कैसा है और यहाँ क्या कुछ सुविध
2.First AI Hospital : चाइना ने तैयार किया दुनिया का पहला AI अस्पताल
4.the country that ended : दुनिया का एक ऐसा देश जो अब नहीं रहा हो गया समाप्त जानिए वह कौन सा है
5.passport seva status check 2024 : दुनिया में कौन से देश का पासपोर्ट सबसे कमजोर है जाने पूरी खबर