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about major tribes of india : भारत की प्रमुख जनजातियाँ के बारे में देखे पूरी जानकारी

about major tribes of india
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about major tribes of india | भारत की प्रमुख जनजातियाँ

about major tribes of india : भारत में विभिन्न प्रकार के संस्कृति होने के कारन यंहा प्रमुख प्रकार की जनजातियाँ पाई जाती है l भारत के राज्यों में हमें अलग अलग जनजातियाँ देखने को मिलता है l ये जनजातीयां भारत क एक महत्वपूर्ण हिस्सा है l इस लेख के माध्यम से हम भारत के प्रमुख जनजातियो की विस्तार से जानकारी दे रहे है l

भारत की जनजातियाँ पुरे भारत के अलग अलग क्षेत्र में फैली हुई है l देश के लगभग सभी राज्यों ओर केंद्र शासित प्रदेशो के विभिन्न जगहों में आदिवासी समुदाय जनजातियाँ के लोग निवास करते है l

इसके अतिरिक्त उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पश्चिम बंगाल ओर असम में भी विभिन्न जनजातीय इलाके हैl

भारत की प्रमुख जनजातियाँ के बारे में देखे पूरी जानकारी
भारत की प्रमुख जनजातियाँ के बारे में देखे पूरी जानकारी

 

जनजाति क्या है

जनजातियाँ बहुत से लोगो का एक समूह होता है, जो एक ही जगह में आसपास रहते हैl इन लोगो की रहन-सहन, खान-पान, बोली-भाषा, संस्कृति, ओर इतिहास का आदान-प्रदान करके अपना जीवनयापन करते है l बहोत से लोग विभिन्न बस्तियों,कस्बो ओर शहरों में रहते है l ये लोग अपने आसपास के भूमि से ही उत्पाद करके जीवनयापन करते है l

भारत के राज्यों में पाई जाने वाली जनजातियो की सूचि इस प्रकार है –

जनजातियो के नाम               –                                                                     राज्य

बैगा,भुजिया,अगरिया,गोढ़,कमार,परधान,पारथी,कंवर,भील    –                            छत्तीसगढ़

बोंडा, भील कोंध, संथाल                   –                                                            उड़ीसा

मोवाची, कोर्कस, कोकण, वार्ली, भील,पावरा,भील, ठाकुर,गोंड    महाराष्ट्र

राजगोंड, पनिका, सहरिया, खरवार,         –                                                       उत्तरप्रदेश

उराव, बिहोर,मुंडा,कोल,भूमिज,सबर      –                                                        झारखण्ड

चोलानैक्कन, कट्तुनैकन, कोर्गा,कादर, कुरूंबा       –                                         केरल

बंजारा,मुंडा,बैगा,भुइया, खोंड, भील     –                                                           बिहार

तुरी, थोरी, हेरी, अहेरी, अहेरिया, नाई, जाट, राजपूत, सैनी –                                हरियाना

बेदार,शेलांग,टोडा,जेनू, कुरुबा, कट्तुनैकन      –                                            कर्नाटक

लाहोली,किन्नौर,पंगवाल,स्वन्गला, खम्पा,गद्दी  –                                              हिमाचलप्रदेश

बंजारा,कोय, लम्बाडा, गॉड,           –                                                            तेलंगाना

बोंडो, कचारी, कार्बी, राभा, मिशिमी, मिरी,     –                                                 असम

गारो,खासी, जन्तिया                                                                                    मेघालय

चांग, नावोंग, मोन                –                                                                    सिक्किम

अका, मोनपा, आपा तानी, हिल मिरी       –                                                  अरुणाचाल प्रदेश

त्रिपुरी, रियांग, जमातिया,चैमल, भूटिया, खासिय, मुंडा, ओरंग,भील –                       त्रिपुरा

लुशाई, हमार, रालते, पावी, पैहते      –                                                            मिजोरम

काथोडी, भील, पाधर, पटेलिया, कोटवालिया, कोलघा          –                            गुजरात

भील, कोरकू, गोंड        –                                                                           मध्यप्रदेश

भगलिया, भिलाला, भील, पावरा , डामोर, वसावे      –                                     राजस्थान

इन सभी जनजातियो के विकास के लिए भारत सरकार अलग अलग विभाग खोले गए है l जिनसे वो अपने समस्याओ का निवारण करते है l

भारत में सबसे अधिक जनजातिय कौन सी है?

भारत में भील जनजातियाँ सबसे अधिक क्षेत्र पाई जाने वाली एक आदिवासियों का समूह है l यह जनजाति भारत के अलग अलग राज्यों में पाई जाती है l जैसे छत्तीसगढ़, उड़ीसा, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश के साथ साथ त्रिपुरा में भी पाई जाती है l इस भील जनजाति की एक मुक्य विशेषता यह है की इनकी भाषा भी भील है  l भील भाषा के साथ ये जनजाति गुजरती और मराठी भी बोलते है l

भील जनजाति उड़ीसा
भील जनजाति उड़ीसा

 

भील क्या है?

भील शब्द का इतिहास द्रविड़ भाषा के ^बील^ शब्द से हुई है जिसका तात्पर्य धनुष और बाण (कमान) होता है l भील जनजाति में भीलो को धनुष बाण बहोत पसंद है और उनकी प्रमुख हथियार एवं वे धनुर्विद्या में अधिक श्रेष्ठ होने के कारण इनका नामकरण भी भील रखा गया है l  भील जनजाति का मुख्य भोजन मक्का रहा है l और इन जनजातियो का व्यवसाय कृषि है l ये धर्म से हिन्दू है l वे अपने इष्ट देव शिव (शंकर) और माँ दुर्गा की पूजा करते है इसके अलावा जंगल के देवी- देवताओ और बुरी आत्माओ को भी प्रसन्न करते है l

इस भील जनजाति का समूह आगे चलकर विभिन्न भील समुदायों में वर्गीकरण हो गया l जैसे – ढोली भील, डूंगरी भील, भील मीना, मेवासी भील, भील गार्सिया, तडवी भील, रावल भील आदि l इस तरह के नयी नयी जानकारी पाने के लिए हमें फालो कीजिये और इस रिपोर्ट को आगे जरुर शेयर करे l

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