The Great Kumbh of 1881 :1881 का महाकुम्भ उस समय के महाकुम्भ में क्या कुछ हुआ
The Great Kumbh of 1881 : इस महाकुम्भ के बाद आने वाले समय में वर्ष 2169 तब के समय में उस महाकुम्भ का स्वरूप किस तरह से होगा | आज से 144 वर्ष पहले वर्ष 1881 में जब 12 पूर्ण कुम्भ के बाद महाकुम्भ का आयोजन हुआ था तो तब का समय आज के समय से कही बिल्कुल अलग था | उस समय की बात करे तो नही मोबाईल था न ही इंटरनेट था न किसी भी तरह का सोशल मिडिया था | न ही कैमरे थे, न ही आज के समय जितना हवाई जहाज था |
1881 का महाकुम्भ
वह बेलगाडी का जमाना था उस समय भारत में ब्रिटिश हुकूमत का शासन था उस समय के कुम्भ पर लिखी बहुत से पुस्तकों में यह लिखा है कि उस समय लोग अलग अलग राज्यों और जगहों से पैदल चल कर ही महाकुम्भ के इस मेले में आये थे |
1881 का महाकुम्भ में संचार
उस वक्त संचार के लिए डाक पत्रों का स्तिमाल किया जाता था | इस महाकुम्भ में आए लोग अपने परिजनों को डाक पत्र लिख कर अपनी इस महाकुम्भ के यात्रा के बारे में सुचना दिया करते थे कि वह महाकुम्भ में अच्छे से पहुच गए है | उनका इस यात्रा के दौरान अनुभव किस तरह रहा |
144 वर्ष पहले कुम्भ मेला में ब्रिटिश सरकार
इस समय के कुम्भ मेला में ब्रिटिश सरकार टेक्स लिया करते थे | इस टेक्स को कुम्भ टेक्स कहा जाता था इस कुम्भ मेले में आने वाले हर हिन्दू श्रधालुओ से उस समय एक रूपए का टेक्स लिया जाता था | ये टेक्स कितना ज्यादा था इस बात का अनुमान आप इस बात से लगा सकते है कि उस समय एक टेलर की पुरे महीने की तख्वा 1 रूपए से कम हुआ करती थी |
22 वर्ष पहले 2003 में एक पुस्तक का प्रकासन हुआ था बेगम्स हग्स एंड इग्लिश मेन इस पुस्तक में लिखा है कि वर्ष 1881 के महाकुम्भ में अंग्रेजो ने हिन्दू श्रद्धालुओ से 41,824 रूपए का टेक्स वसूला था | यु कहे तो उस समय का एक रुपया था वो आज के 42 हजार रूपए के लगभग था | उस समय के मुताबिक ब्रिटिश सरकार कुम्भ में जाने वाले लोगो के ऊपर 41,824 रूपए वसूला करते थे |
144 वर्ष बाद महाकुम्भ
इस समय महाकुम्भ का स्वरूप पूरी तरह से बदल चूका है उस ज़माने के लोग ने कभी यह कल्पना भी नही किया होगा कि इसके बाद जो महाकुम्भ आएगा वो इस डिजिटल युग में होगा | आज के समय में भारत आजाद है इस महाकुम्भ में आने वाले हिन्दू श्रद्धालुओ और साधू संतो से कोई टेक्स नही लिया जाता है |
इंटरनेट के पहला महाकुम्भ
- इस बार का महाकुम्भ इन्टरनेट के डिजिटल युग का पहला महाकुम्भ है | इस महाकुम्भ का सोशल मिडिया पर सबसे अधिक चर्चा हो रही है |
- इस बार के महाकुम्भ में सोशल मिडिया का कितना प्रभाव रहा
- रुपे दुनिया में गूगल ट्रेंड्स पर सबसे अधिक सर्च करने वाला कुछ महत्वपूर्ण आकडे है –
- पुरे दुनिया में कुम्भ, महाकुम्भ, प्रयागराज सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है |
- instagram में कुम्भ, कुम्भमेला, महाकुम्भ 2025, प्रयागराज हेस टेक के साथ 30 लाख रिल्स और तस्वीरे पोस्ट हो चुकी है |
- फेसबुक – इस पर अभी तक के साडे 31 लाख पोस्ट लिखी गयी है |
- x – उस पर महाकुम्भ संगम और प्रयागराज से जुडी लिखी गई पोस्ट 7 करोड़ बार देखा गया था |
इसी तरह के महत्वपूर्ण जानकारी के लिए sujhw24.com के हमारे सोशल मिडिया वेबसाईट पर जरुर विजिट करे |
Join WhatsApp Group | |
Join Telegram Channel |
इसे भी पढ़े :-
2.cg panchayat chunav : छत्तीसगढ़ में 11 फरवरी से शुरू होंगे निकाय और पंचायत चुनाव देखिये पूरी जानकारी