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ToggleSmart Village : अब जल्द ही तैयार होगा स्मार्ट गाँव
Smart Village : इंजीनियर डे के अवसर पर नितिन गडकरी सी.ओ.पी. technology यूनिवर्सिटी पहुचे थे | जहा पर उन्होंने स्मार्ट गाँव की चर्चा की उन्होंने कहा की भारत स्मार्ट शहर की नही बल्की स्मार्ट गाँव की जरूरत है | ताकि हमारे किसान भाई जो गाँव में है वो आत्मनिर्भार बन पाए |
उन्होंने सी.ओ.पी. technology यूनिवर्सिटी के मंच पर कहा की मै किसान हु और किसानो के हितो को ध्यान में रख कर काम करता हु | विशेष रूप से मुझे विश्वास है कि जब तक गाँव गरीब और किसान का कल्याण नही होगा तब तक गाँव जब तक संमृद्ध और संपन्न नही बनेगे, स्मार्ट शहर के साथ साथ स्मार्ट गाँव नही बनेगे तब तक आत्मनिर्भर भारत बन्ने में बहुत कठिनाइया है |
नितिन गडकरी ने स्मार्ट गाँव को लेकर क्या कहा
इंजीनियर डे के अवसर पर नितिन गडकरी सी.ओ.पी. technology यूनिवर्सिटी पहुचे थे | जहा पर छात्रो का संमेलन आयोजित किया था | जहा पर मुंबई बेगलुरु सड़क योजनाओ पर बात हो रही थी | उन्होंने कहा की मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे बहुत ट्रेफिक है अटल सेतु के पास एक सड़क का निर्माण किया जाएगा जो आगे रींग रोड के माध्यम से पुणे और बेगलुरु से जुड़ेगी |
ये सड़क होगा वो बेगलुरु से भी जुड़ जाएगा और पुणे से भी जुड़ जाएगा | इसके निर्माण से मुंबई पुणे का जो ट्रेफिक है वो 50% कम हो जाएगा | अटल सेतु देश का सबसे लंबा सेतु है ये मुंबई में सवेरी को नया मुंबई से जोड़ता है | इस कार्य क्रम में नितिन गडकरी ने कहा कि ओटो मोबाईल क्षेत्र में देश तीसरे स्थान पर है | आने वाले 25 सालो में सभी वाहन जीवाश्म ने नही बल्की बिजली से चलेंगे | आने वाले समय में बहुत से वाहन बिजली से चलेगे | उन्होंने आगे कहा कि हमारे जो सड़क है वो किफायती होने चाहिए |
हमें सड़क बनाने के लिए कचरे को उपयोग में ला सकते है | नए सडको का निर्माण करने के लिए करीब 80 लाख कचरे का इस्तिमाल किया गया है | भारत में जितना ज्यादा प्लास्टिक कचरा देखने को मिल रहा है इन सब को हाइवे के अन्दर डाल लिया जा रहा है | क्योकि जो एक्सप्रेसवे बनता है वो सामान्य जमीन से ऊचाई पर होता है |
कई बार इसकी ऊचाई 7 से 8 मीटर तक हो जाती है ऐसे हालात में यहाँ मिट्टी भरना पड़ता है मिट्टी की जगह पर उसके नीचे वाले स्थान पर भारी भरकम मात्रा में कचरा तो भरेने | कचरा भरने के बाद उसके ऊपर मिट्टी भरा जाएगा | भीर उसे रोलर के द्वारा दबा दिया आएगा | इस्से भारत में जितना कचरा है उसका भी निपटारा करते बन जाएगा | जिससे भारत भी स्वच्छ( Clean ) बनेगा और हमारा एक्सप्रेसवे हाइवे का निर्माण भी हो जाएगा | अब तक की सड़क निर्माण में 80 लाख कचरा का उपयोग कर चूका है |
भारत को स्वच्छ भारत बनाने का ये वाला तरीका भी काफी अच्छा है | आत्मनिर्भता ( self reliance ) की अवधारणा को जोड़ते हुए नितिन गडकरी ने कहा की भारत को स्मार्ट शहरों की बजाए स्मार्ट गाँव की जरुरत है | उन्होंने कहा की किसानो के जीवन स्तर को सुधार करना जरुरी है उनके जीवन स्तर भी तभी सुधार होगा जब हम उनके आप पास के चीजो को स्मार्ट तरीके से स्मार्ट बना देगे |
स्मार्ट गाँव में खेती
किसान खेती तो करते है लेकिन उनके आने जाने के लिए अच्छा रोड होना चाहिए | अच्छी पानी की आवश्यकता होनी चाहिए | अभी के समय में क्या होता है कि भारत में ज्यादा तर किसान बरसात के पानी पर ही निर्भार रहते है | बारिस के दिनों में पानी खेतो में पलेगा तो खेती होगा | यदि खेतो में पानी नही पला बारिश के समय तो खेती नही हो पाएगा |
किसानो के लिए उचित पानी की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि खेती अच्छे से हो सके | किसानो के द्वारा जो भी सब्जी या अनाज उगाया जा रहा है उनको असानी से शहरो तक ले जाया जा सके | इसके अलावा कुछ ऐसे अनाज भी है जिसके लिए हमें कोल्ड स्टोरेज की जरुरत भी पड़ती है |
कोल्ड स्टोरेज की सुविधा
एक बड़े स्मार्ट गाँव के अन्दर एक कोल्ड स्टोरेज ( Cold Storage ) की सुविधा भी रहनी चाहिए | जहा पर हम फल को रख सके | जो की सिर्फ सीजन में ही पैदा होता है बाकी समय वह नही उग पता है इस कारण से उसे स्टोर करके रखना जरुरी होता है | जो सुविधा एक बड़े शहर में देखने को मिलती है यो सारी चीजे आपको गाँव में देखने को मिलेगी लेकिन एक स्मार्ट तरीके से जो सभी लोगो के सुविधा को ध्यान में रख कर बनाया जाएगा |
भारत के स्मार्ट गाँव
भारत में आपको ऐसे कई स्मार्ट गाँव ( Smart Village ) देखने को मिल सकते है उनको वार्ड और नेशलन लेवल में अवार्ड भी मिल चूका है हमारे भारत के करीब 6 लाख गाँव है इन गाँवों में करीब करीब साढ़े 800 लोग रहते है | इनमे से उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा गांवो वाला राज्य है | उतर प्रदेश में करीब करीब 97814 गाँव है जहा पर करीब करीब 155 मिलियन से अधिक लोग रहते है |
केरला राज्य ( Kerala state ) के गाँव
यहाँ की साक्षरता दर भी काफी अच्छा है यहाँ की जितनी जनसख्या है उनमे से करीब करीब 70% लोग गांवो में ही रहते है | गाँव में रहने के बाद भी केरला की साक्षरता दर है वो भारत की सभी राज्यों में से सबसे अच्छा है |
स्मार्ट गाँव किस तरह दिखाई देगा
किसी गाँव को स्मार्ट गाँव ( Smart Village ) बनाना है तो यह वहा के लोगो के ऊपर निर्भार करता है इसी तरह के मध्य प्रदेश में एक गाँव है पुनरिया थोवन इसको एक स्मार्ट गाँव का दरजा मिल चूका है लेकिन इस गाँव को स्मार्ट गाँव बनाने में बहुत मेहनत करना पड़ा है | पहले यह गाँव भी अन्य गाँव की तरह बहुत ही सामान्य था वैसे तो प्राकृतिक रूप से यह गाँव पहले भी बहुत ही सुन्दर था लेकिन यह गाँव तीनो तरफ से नदियों से घिरा हुआ है |
किसी गाँव को स्मार्ट बनाना है तो हमें वहा पर अच्छे लोगो की जरुरत पड़ती है एक ऐसा लीडर जो अपने गाँव को बेहतर बनाने के बारे में सोचे | आज के समय में जो आप बड़े बड़े नेता देख रहे है बड़े बड़े बड़े शहरों में वो नेता गाँव से ही उच कर आते है | उन्होंने पहले अपने गाँव और अपने जिले को अच्छा बनाया है | तब जा कर वो आज के समय में मंत्री या c.m. है |
अनुज वाजपेयी
इस गाँव को भी एक अच्छा लीडर मिल गया अनुज वाजपेयी सन 2005 में वाजपेयी जबल पुर में पढाई कर रहे थे | वे बचपन से अपने गाँव को बेहतर बनाना चाहते थे | वे पढाई भी इस लिए कर रहे थे ताकि अपने गाँव को अच्छा बना सके | अनुज ने अपने गाँव को सुखी संमृद्ध बनाने के लिए उन्होंने बहुत से रणनीति तैयार किया | अनुज की पढाई जब कंप्लीट हो गई तब ही वह अपने गाँव वापस आ गए |
अनुज अपने गाँव आकर अपने योजनाओ को अपने परिवार वालो को बताया | इसके बद उन्होंने सबसे पहले अपने गाँव के साफ सफाई पर ध्यान दिया गाँव के जो मुखिया थे | उसके साथ गाँव के जो बड़े बड़े बुजुर्ग थे उनसे इन्होने बात चीत की और गाँव में इन्होने सबसे साफ सफाई की ये तो सिर्फ सुरुआत था | सिर्फ इतना से कोई गाँव स्मार्ट गाँव नही बन जाता है लेकिन इनके अन्दर कुछ करने का एक अलग ही उमंग था | इसके बाद इन्होने प्रोजेक्टर के माध्यम से लोगो के बीच जन जागरूकता फैलाने का काम किया इन्होने बच्चो की अच्छी शिक्षा के लिए निशुल्क क्लास भी शुरु किया |
जिसमे इन्होने बच्चो को योग करना सिखाया गाँव में कई तरह के कार्यक्रम किए जाने लगे | देखते देखते इस गाँव का प्रयास बाकी जिलो में अच्छे तरीके से फैल गया धीरे धीरे ये गाँव इतना ज्यादा स्मार्ट हो गया की इसकी चर्चा सरकार तक पहुच गई | इसके चलते देश के प्रधान मंत्री नरेद्र मोदी जी ने भी इसकी चर्चा अपने मन की बात में की है |
आज के समय में इस गाँव में लोग घुमने के लिए भी जाते है अगर आप चाहो तो अपने गाँव को घुमने के लिए बेहतर बना सकते हो ये काम आप खुद कर सकते हो ये इसका उदहारण है |
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