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Togglesardar udham singh | सरदार उधम सिंह
sardar udham singh : सरदार उधम सिंह भारत के एक महान क्रन्तिकारी वीर शहीद है | वे भारत के एक वीर सपुत है जिन्होंने भारत ले कई सौ लोगो के मौत का बदला अंग्रेजो से उनकी ही सरजमी पर जा कर लिया था | सरदार उधम सिंह भारत के एक स्वतंत्रता सेनानी थे | वे ग़दर पार्टी से हदे हुए थे | उन्होंने जलियांवाला बाग़ ह्त्या काण्ड का बदला उन्होंने जलियांवाला बाग़ ह्त्या काण्ड का बदला लेने जे लिए लन्दन जा कर भारत के पंजाब लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ.डायर की हत्या कर दी थी | उन्होंने उन सैकड़ो परिवारों को इंसाफ दिलाने में अहम् भूमिका निभाई है |
सरदार उधम सिंह का जन्म
सरदार उधम सिंह भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे | उन्होंने भारत की संकल्प की ताकत अंग्रेजो को उनकी ही सरजमी पर जा कर दिखाया | वे भारत के ग़दर से जुड़े हुए थे | सरदार उधम सिंह जी का जन्म भारत के पंजाब प्रान्त के सुनाम में हुआ था | उनका जन्म 26 दिसंबर सन 1899 में हुआ था | उनके पिता जी का नाम सरदार टहल सिंह जम्मू और उनकी माता का नाम नारायण कौर था | उनके पिता जी एक किसान थे साथ वे गाँव के रेल्वे क्रोसिंग में चैकिदार का काम करते थे | सरदार उधम सिंह जी का असली नाम शेर सिंह है | उनके भाई का नाम मुक्त सिंह जी है |
सरदार उधम सिंह जी साल 1924 में उधम पार्टी जी जुड़ गये जो भारत में औपनिवेशिक शासको के विरोध में काम करती थी | वे साल 1927 में अवैध रूप से अग्नेआस्त्र रखने के आरोप में दोषी पाया गया और उन्हें 5 साल की जेल हुयी | वे साल 1931 में जेल से रिहा हो गये | उन्होंने मैट्रिकुलेशन तक की पढाई पूरी की थी | उत्तराखंड में उन्हें श्रधान्जली देने के लिए वह के एक नगर का नाम भी उनके नाम पर रखा है |
सरदार उधम सिंह जी ने पंजाब लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ.डायर की हत्या क्यों की
भारत के पंजाब में 13 अप्रैल साल 1919 में जलियांवाला बाग़ ह्त्या काण्ड हुआ था | जिसमे पंजाब के उस समय के लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ.डायर ने प्रदर्शन के रहे सैकड़ो लोगो पर गोली चलाने का आदेश दे दिया | जिसमे सैकड़ो लोगो की जान चली गयी | इस इस विरोध प्रदर्शन में 20 हजार लोग शामिल हुए थे | उस समय उधम सिंह अनाथालय के अपने प्रदर्शनकारी अपने प्रदर्शनकारी दोस्तों को पानी पिला रहे थे |
उसी समय गवर्नर माइकल ओ.डायर जलियांवाला बाग़ में घुस गये और बाहर जाने वाले रस्ते को बंद कर बिना चेतावनी दिए ही फायरिंग शुरू करवा दी | यह फायरिंग लगभग 10 मिनट तक चलता रहा जब तक उनकी गोली समाप्त नही हुयी | इस घटना ने सरदार उधम सिंह जी को प्रभावित किया और उन्होंने यह संकल्प लिया की वे गवर्नर माइकल ओ.डायर को मौत के घाट उतार देंगे | और वे साल 1935 में लन्दन पहुंचे , और वह वे शुरू में इंजिनियर के पद पर काम किया |
फिर उन्होंने योजना बना कर 13 मार्च साल 1940 को लन्दन के केक्सटन हॉल में एक बैठक के दौरान गवर्नर माइकल ओ.डायर की हत्या कर दी | जिसके बाद उनपर मुकदमा चला और उन्हें 31 जुलाई 1940 को फ़ासी की सजा हो गयी | उनका अंतिम शब्द था –
मैं अपने देश के लिए प्राणों का समर्पण करने जा रहा हु |
सरदार उधम सिंह जी लन्दन कैसे पहुचें
सरदार उधम सिंह अपने लिए गये कसम को पूरी करने के लिए अपना नाम बदलकर अफ्रीका , ब्राजील , और अमेरिका की यात्रा करते हुए साल 1935 में वे लन्दन पहुंचे और वे वहां 9 एल्डर स्ट्रीट कमर्शियल रोड अपर रहें लगे | शुरू में वे इंजिनियर के पद पर काम करते थे और उन्होंने योजना बना कर 13 मार्च 1940 को जनरल डायर की हत्या कर दी |
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