pahla chhattisgarhi film || छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म कौन सी है ? पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म कौन सी है ?
pahla chhattisgarhi film : छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म कौन सी है ? पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म कौन सी है ? अगर आप भी छत्तीसगढ़ से है और यह जानने की इच्छुक है की छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म कौन से है लेकिन हम आपको यह बता दे की छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म जब छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश में था तब ही बन चुकी थी |
जिसे छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म (pahli chhattisgarhi film) या फिर पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म कह सकते है | लेकिन यह याद रहे की जब छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश से अलग हुआ तब की बात करें तो छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म कुछ और है इसके बारे में भी हम आपको बताएँगे आइए इसके बारे में जानते है |
pahla chhattisgarhi film : छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म कौन सी है ? पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म कौन सी है ?
pahla chhattisgarhi film : छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म या फिर पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म की बात करें तो यह 1965 में आइए थी जो ” कही देबे संदेस ” थी जिसे अनमोल चित्रमंदिर के प्रोडक्शन के नाम से रिलीज किया गया था जो 27 दिनों में ख़त्म हुआ था |

यह फिल्म समाजिक बुराइयों को उजागर करने और लोगो में जाति प्रथा के प्रति सामाजिक चेतना जगाने के उद्देश्य से बनाया गया था | ” कही देबे संदेस ” इस फिल्म में कान मोहन और सुरेखा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी | ” कही देबे संदेस ” फिल्म के निर्देशक मनु नायक जी है जिनका जन्म 1937 में रायपुर के कुर्रा ग्राम में हुआ था |
पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म ” कही देबे संदेस ” की कहानी
पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म ” कही देबे संदेस “ की कहानी एक ब्राह्मण और एक दलित के बीच की प्रेम कहानी है जिसमे अंतर जाति विवाह को दिखाया गया है किस प्रकार की समस्या आती है | इसमें जाति प्रथा के सामाजिक दृश्य को बहुत अच्छे से दिखाया गया है | इस फिल्म पर बहुत ही विवाद भी हुए थे क्योंकि यह एक दलित और ब्राह्मण के प्रेम की कहानी है |
Join WhatsApp Group | ![]() |
Join Telegram Channel | ![]() |
यह भी पढ़े :-