Olympic Games Medals | ओलम्पिक खेलो में दी जाने वाले मेडल्स
Olympic Games Medals : जैसा की वर्तमान समय में पूरी दुनिया में पेरिस में हो रहा पेरिस ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक की दम मची हुयी है | अभी हर किसी के जुबान पर केवल पेरिस ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलो का जिक्र है | पेरिस ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलो की शुरुआत 26 जुलाई को हो चुकी है | इसके साथ ही इसके कुछ दिनों पश्चात अर्थात अगस्त के महीने में भी ऐसे खेलो का एक और बड़ा आयोजन होने वाल है | तो हम आपको इस लेख की माध्यम इसमें मिलने वाले मैडल की कुछ अहम जानकरी देने वाले है |

कब – कब हुआ है पेरिस में ओलम्पिक खेल का आयोजन
जैसा की वर्तमान में फ़्रांस के पेरिस शहर में ओलम्पिक खेलो का आयोजन हुआ है , साल 2024 में इसकी शुरुआत 26 जुलाई को हो चुकी है | फ्रांस की राजधानी पेरिस में इस खेल का आयोजन तीसरी बार हो रहा है | इससे पहले यहाँ पर साल 1900 और 1924 में इस खेल का आयोजन यहाँ पर किया जा चूका है | इस बार हो रहा ओलम्पिक यहाँ हुए आयोजनों का तीसरी बार है | कहा जा सकता है फ़्रांस तीसरी बार ओलम्पिक खेलो की मेजबानी कर रही है |
ओलम्पिक खेल विजेताओ को कौन कौन से मैडल दिए जाते है ?
आधुनिक ओलम्पिक खेल की शुरुआत साल 1896 में यूनान की राजधनी रायपुर में हुयी थी | वर्तमान में अर्थात साल 2024 में इसकी मेजबानी फ़्रांस के रहा है | इसका आयोजन 26 जुलाई साल 2024 को फ़्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ है | आज इसका तीसरा दिन है | ओलम्पिक खेलो में जितने वाली खिलाडियों को 3 तरह के मैडल दिए जाते है | खेल में प्रथम स्थान हासिल करने वाले खिलाड़ी को गोल्ड मैडल दिया जाता है |
साथ ही दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने वाले खिलाड़ी को क्रमशः सिल्वर और ब्रोंज मैडल प्रदान किया जाता है | इस मैडल को किस तरह से डिजाइन किया जाना है उसकी पूरी जिम्मेदारी मेजबान देश की होती है | जैसा की वर्तमान में हो रहा ओलम्पिक खेल फ़्रांस की राजधानी में हो रही है तो वहा जीतें खिलाडियों को दिए जाने वाले मैडल में ओरिजनल एफिल टावर के लोहे क अष्टभुजी टुकड़ा लगा हुआ है |
ऐसा केवल एक मैडल में नही बल्कि सिल्वर और ब्रोंज मैडल में ओरिजनल एफिल टावर के लोहे क टुकड़ा मैडल के बीचो बिच लगा हुआ है |

पेरिस ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में दिए जाने मैडल की खासियत
वर्तमान समय में ओलम्पिक खेल की मेजबानी फ़्रांस देश कर रहा है | फ़्रांस तीसरी बार ओलम्पिक खेल की मेजबानी कर रही है इससे पहले यहाँ पर साल 1900 और साल 1924 में इसकी मेजबानी की थी | दिए जाने वाले मैडल को की तरह से डिजाइन किया जाना है उसकी पूरी जिम्मेदारी मेजाबन करने वाले देश की होती है | इस बार खेल विजेताओं को दिए जाने वाले मैडल की विशेषता –
- पेरिस ओलम्पिक खेल विजेताओं को दिए जाने वाले सभी मैडल में एफिल टावर के ओरिनल लोहे से बनी अष्टभुजी टुकड़ा मैडल बिच में लगा रहेगा |
- दिए जाने वाले पदक का व्यास 85 मिमी और इसकी मोटाई 9.2 मिमी है |
- दिए जाँव वाले मैडल में लगा रिबन नीले रंग का होगा | अगस्त महीने में होने वाले पैरालम्पिक में दिए जाने वाले मैडल के रिबन का रिबन लाल रंग का होगा |
- मैडल को यादगार बनाने के लिए मैडल के बीचों बिच में एफिल टावर के लोहे का पिस लगाया गया है |
- पेरिस ओलम्पिक खेल में जितने वाले खिलाडियों को रिसाइकल पोडियम में खड़ा कर पदक दिया जाएगा |
पहले दिए जाने वाले मैडल में रिबन नही होते थे ?
जैसा की पहले बताया जा चूका है की आधुनिक ओलम्पिक खेलो की शुरुआत साल 1896 में हुयी थी | वर्तमान समय में दिए जाने वाले मैडल में रिबन लगा होता है लेकिन पुराने समय में दिए जाने वाले मैडल में रिबन नही लगाया जाता था | पहले के समय में मैडल को विजेताओ की छाती पर पिन की सहायता से लगाया जाता था | पहली बार साल 1904 में सेंट लुईस (UAS) में गोल्ड , सिल्वर और ब्रोंज मैडल दिया गया था | साल 1960 में रोम ओलम्पिक में पहली बार मैडल को मेक्लेस की तरह से डिजाइन किया गया था | ताकि खिलाड़ी इस मैडल को अपने गले लटका सके |
ओलम्पिक खेलो के मैडल की कुछ खास बातें
साल 1904 में सेंट लुईस (UAS) में गोल्ड , सिल्वर और ब्रोंज मैडल दिया गया था | पहले के समय में दिए जाने वाले मैडल में रिबन का नही लगे होते थे मैडल को विजेता की छाती में पिन की सहायता से लगया जाता था | साल 2016 में ब्राजील के रियो – डी – जेनेरो में आयोजित इन खेलो में सिल्वर एयर ब्रोंज मैडल को बनाने में रिसाइकल चीजों का उप्यो किया गया था | साल 2020 में जापान की राजधानी टोकियो में आयोजित हुए इन खेलो में दिए जाने वाले मैडल को रीसाइकल्ड इलेक्ट्रिक सामानों से बनाए गये थे |
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