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Toggleindian independence day | भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी
indian independence day : हर साल पुरे भारतवर्ष में 15 अगस्त को स्वंत्रता दिवस मनाया जाता है | 15 अगस्त 1947 को भारत को अंग्रेजो की 200 सालो की गुलामी से बहुत ही ज्यादा मेहनत करने के बाद आजाद मिली थी | इसी दिन को याद करने के लिए हर साल पुरे भारत देश में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है | यह दिन भारत के हर नागरिको के लिए गर्व का दिन होता है |
भारत को यह आजादी ऐसे ही नही मिली है इसके लिए कई लोगो ने दिन रात मेहनत की है कियो ने अपने प्राणी गंवाए है तब जा आकर भारत को यह आजादी मिली है | आइये भारत के 78 वीं स्वतंत्रता दिवस के मौके जाने भारत के कुछ महान स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जिन्होंने इस देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राण अपने परिवार तक की चिंता नही की |
1.भगत सिंह
आज भगत सिंह जी के बारे में कौन नही जानता | भगत सिंह जी भारत के एक ऐसे वीर सपूत है जिन्होंने भारत की आजादी के लिए हसते हसते अपनी पूरी जवानी देश के लिए कुर्बान कर दी | वे इस देश के लिए हसते हसते फ़ासी पर लटक गये | भारत के इस वीर क्रांतिकारी का जन्म 28 सितम्बर साल 1907 को हुआ था | भगत सिंह जी भारत के बंजाब प्रान्त के लायलपुर जिले के बंगा में हुआ था जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है |
भगत सिंह जी के पिता जी का नाम किशन सिंह जी और उनकी माताजी का नाम विद्यावती जी था | भगत सिंह जी भारत के एक महान क्रांतिकारी थे उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को एक नया मोड़ दे दिया | उन्होंने 23 साल की उम्र देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी | भगत सिंह जी जलियांवाला बाग़ हत्या कांड से बचपन में प्रभावित हो गये थे | और उनके मन में अग्रेजी शासन के विरुद्ध खड़े होने का भाव आ गया था |
2.चंद्रशेखर आज़ाद जी
चंद्रशेखर आज़ाद जी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक और महान स्वतंत्रता सेनानी है , जिन्होने इस दिश को आजाद दिलाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए | चंद्रशेखर आज़ाद जी का जन्म 23 जुलाई 1906 में हुआ था | इनका जन्म मध्यप्रदेश के भाबरा नामक ग्राम ने हुआ था | उनका जन्म एक ब्राम्हण परिवार में हुआ था | उनके पिता जी का नाम पंडित सीताराम सिवारी और उनके माता जी का नाम जगरानीदेवी था |
चंद्रशेखर आज़ाद जी जब 15 साल के थे तभी से वे स्वंत्रता के आंदोलनों में भाग लेने लग गये थे , वे 15 साल की उम्र में पहली बार गांधी जी असहयोग आन्दोलन में जुड़ गये थे | इसके लिए गिरफ्तार भी कर लिए गया था | इस दौरान जब मजिस्ट्रेट ने उनसे उनके बारे में पूछा तो उन्होंने बहुत गर्व से अपना नाम आजाद और अपने पिता जी का नाम स्वतंत्रता और अपना निवास स्थान जेल बताया था | तभी से उनका नाम आजाद पड गया |
27 फरवरी 1931 को पुलिस के खबरी ने इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में चंद्रशेखर आज़ाद जी के उपस्थिति की सुचना दी | पुलिस वहां पहुंची और पुलिस और क्रांतिकारीओ के बिच गोलीबारी शुरू हो गयी वे घुड को और अपने क्रांतिकारी साथियों को बचाते हुए घायल हो गये | उन्होंने कभी भी जिन्दा न पकडे जाने का संकल्प लिया था , और जब इस गोलीबारी में उनके पास केवल एक गोली बची थी तो उन्होंने अपने आप को गोली मार कर शहीद हो गये |
3.सुभाषचन्द्र बोस
सुभाषचन्द्र बोस जी भारत एक और महान स्वतंत्रता सेनानी है | उन्होंने भारत को आजाद कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया | सुभाषचन्द्र बोस जी का जन्म 23 जनवरी 1897 में उड़ीसा के कटक शहर में हुआ था | उनके पिताजी का नाम जानकीनाथ बोस थे और उनके माता का नाम श्रीमती प्रभावती बोस था | 1920 में सुभाषचन्द्र बोस ने भारतीय सिविल सेवा कि परीक्षा में चौथा स्थान हासिल किया था |
उन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए अपनी खुद की आर्मी बना ली थी जिसका नाम आजाद हिन्द फ़ौज था | जिसका निर्माण उन्होंने साल अगस्त साल 1942 में किया था | उन्होंने अपना महिला की भी फ़ौज तैयार की थी जिसका नाम झांसी ब्रिगेड था | उन्होंने देश की आजादी के लिए एक नारा भी दिया था | उन्होंने बर्मा में एक सभा को संबोधित करते हुएकहा था की तुम मुझे खून दो मै तुम्हे आजादी दूंगा |
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