New Criminal Law : नए अपराधिक कानून
भारत में नया अपराधिक कानून 1 जुलाई 2024 से लागू हो गया है| इसके तहत पुराने कानूनों में बदलाव किये और उनका नाम भी बदला गया है| इसी के साथ धाराओ में भी परिवर्तन हुआ है| आइये उन्ही धाराओ के बारे में जानेंगे | नए कानून (BNS ) में कुल 358 धारा हो गयी है| पुराने कानून में 511 थे| जैसे की आप जानते होंगे CRPC को जिसका पूरा नाम code of criminal procedure है| इसे बदलकर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता किया गया है| आइये अब जानते उन कानूनों के बारे में जिनमे बदलाव हुए है|
1. Indian penal code (IPC) जो 1860 में बना था इसे बदलकर भारतीय न्याय संहिता 2023 कर दिया गया है|
2. CRPC ( code of criminal procedure ) जो 1898 में बना था उसे अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 के नाम से जाना जायेगा|
3. Indian evidence code जो 1872 में बना था इसका नाम भारतीय साक्ष्य संहिता 2023 हो गया है|
New Criminal Law : तो ये थे वो कानून जिनमे बदलाव हुए है| और इसे 1 जुलाई से लागू कर दिया है|आम लोगो के आसानी के लिए FIR में कुछ प्रावधान किये है,जैसे अब कोई भी व्यक्ति अपना केस इमेल से अपने सम्बंधित थाने में कर सकते है| अब जान लेते है कुछ ऐसे अपराधो के बारे में जिससे अगर कोई अपराध करेगा तो उसे अब क्या सजा होगी | नए अपराध कानून से हमें निम्न बदलाव देखने को मिलेंगे :-
1. गंभीर अपराधो में शामिल अपराध
. हत्या की धारा 101 हो गयी है जो 302 था|
. रेप की धारा 63 , 69 हो गया जो पहले 375, 376 था |
. अगर कोई नाबालिक से रेप करता है तो उसे फांसी या उम्रकैद की सजा होगी|
. अगर कोई गैंगरेप का दोषी है तो उसे जीवित रहने तक जेल की सजा या 20 साल तक
. सबसे बड़ी बात मॉब लिंचिंग अब सीधे फांसी की सजा होगी |
2. किसी के गाड़ी से अगर कोई घायल हो जाता है और गाड़ी वाला अगर उस पीड़ित को हॉस्पिटल या पुलिश थाना ले जाता है तो उसकी सजा कम हो जाएगी|
3. किसी को अपनी गाड़ी से घायल करके भाग जाओगे तो 10 साल की सजा होगी|
4. स्नैचिंग जैसी मामलो में भी अब कानून बन गया है जो पहेल नहीं था|
5. अगर कोई व्यक्ति किसी को डंडे से मरता है और उसकी ब्रेन डेड से मृत्यु हो जाती है तो उसे 10 साल की सजा होगी|
6. ट्रायल जैसे मामलो में
. अगर पुलिश किसी को गिरफ्तार कर रही है तो पुलिश को उसके परिवार को भी इसकी जानकारी देनी होगी जो पहले ऐसा नहीं था|
. किसी भे केस में 90 दिनों के भीतर क्या क्या हुआ इसकी जानकारी पीड़ित को देनी होगी|
. ट्रायल कोर्ट को फैसला अधिकतम 3 साल के अन्दर देना होगा|
. जो मुकदमा चलेगा और वह पूरा हो जायेगा उसके बाद जज को 43 दिन के अन्दर फैसला देगा होगा |
. अब दया की याचिका भी दोषी को करना होगा जो उसके वकील द्वारा किया जाता था|
अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो विदेश में रहकर अपराध कर रहा है तो उसके लिए नयी कानून के तहत सजा का प्रावधान किया गया है| और उसके खिलाफ केस दर्ज हो सकेगा| तो यह था नए कानून के बारे में जानकारी ऐसे ही और अधिक महत्वपूर्ण जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट को जरुर फॉलो करे :- sujhaw24.com
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