Table of Contents
ToggleNew blood group: एक नया ब्लड ग्रुप
New blood group : हमारे शरीर में खून तीन तरह के कोशिकाओ से मिल कर बना है पहला RED BLOOD CELLS दूसरा WHITE BLOOD CELLS तीसरा PLATELTS हमारे शरीर में ब्लड ग्रुप कौसा सा है इसके दो आधार होते 1 – Antibody दूसरा 2 – Antigen यह WHITE BLOOD CELLS में मौजूद होते है हमारे शरीर में जो प्रोटीन होता हाउ उसे हम एंटी बोडी कहते है |
सेल में मौजूद प्रोटीन के परत को एंटी जेन कहते है ब्लड टाइप A में सिर्फ एंटी जेन ही होते है ब्लड B में सिर्फ B, ब्लड AB में दोनों होते है और टाइप O में दोनों ही नही होते है | यह बात यही नही खत्म होती है आपने सुना होगा की ब्लड ग्रुप Positive या Negative भी होता है |
Positive या Negative ब्लड ग्रुप के आधार
इन सब से यह सवाल उत्पन्न होता है कि Positive या Negative ब्लड ग्रुप किसे कहते है | लाल रक्त कोशिकाओ में एक और तरह के Antigen होता है इसे कहते है Rhd जब खून में Rhd हो तो उसे उस ब्लड ग्रुप को Positive कहा जाता है | अगर दोनों न हो तो उसे Negative टाइप कहा जाता है इस तरह सामन्यतः कुल आठ तरह से ब्लड को वर्गीकृत किया गया है
ब्लड का वर्गीकरण
A+, A-, B+, B-, O-, AB+ और AB- इसके अलावा भी ब्लड ग्रुप के कई तरह के क्लासिफिकेशन होते है | अब अगर किसी व्यक्ति को किसी ब्लड ग्रुप की जरुरत है तो उसे ऐसे ही कोई भी ब्लड ग्रुप नही दिया जाता है बल्की उसके बल्ड ग्रुप का पता होना जरुरी होता है |
युनिवर्सल डोनर
अगर Negative ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति का किसी Positive ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति का ब्लड चढ़ाया जाए तो यह जान लेवा हो सकता है क्योकि उसके शरीर के एंटी बोडी इस खून को स्वीकार नही करते है चुकी o ब्लड ग्रुप वाले में न तो Antigen A और B होते है और न ही उनके ब्लड में Rhd होते है ऐसे में खून बीना रिएक्ट हुए अन्य ग्रुप वाले के खून में मिक्स हो जाता है इसी लिए यह खून बाकी सभी ब्लड ग्रुप वाले के खून को चढ़ाया जा सकता है इसे युनिवर्सल डोनर कहा जाता है |
सन 1972 में Anwj नाम का एक ब्लड ग्रुप Antigen खोजा गया था लेकिन तब के समय में वैज्ञानिक यह समझ नही पाए थे कि ये Antigen किस तरह से काम करता है | इसके 50 साल बीत जाने के बाद mms ब्लड एंड ट्रासप्लांट नाम की एक संस्था और यूनिवर्स ओस ब्रिस्टल के वैज्ञानिको की टीम ने इसका सही कारण ढूंढ निकला है | उन्होंने एक नया ब्लड ग्रुप सिस्टम खोजा है जिसे MAL नाम दिया गया है इस टीम की लीडर लुईस टीली और उनकी टीम ने एक ऐसा टेस्ट का निर्माण किया है जिससे उन लोगो की पहचान की जा सके | जिसके खून में Anwj Antigen होता है इसका मतलब यह नही होता है कि इस खून का सही डोनर मिल पाना आसान हो जाएगा |
जिनके पास यह Antigen नही है ये खोज न केवल ब्रिटेन के लिए ही नही बल्कि पूरी दुनिया के मरीजो के लिए यह फायदे मंद साबित होगी | वैज्ञानिको ने के ऐसा टेस बनाया है जो बाकी ब्लड टेस्टर के साथ मिल कर काम कर सकता है | इससे डॉक्टर आसानी से पता लगा सकेंगे की किस मरीज को किस तरह का खून चाहिए |
खोज के प्रमुख बिंदु
- Anwj Antigen का पहचान करना – इसमें वैज्ञानिको ने Anwj Antigen के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जिससे उन मरीजो का इलाज आसान हो सकेगा जिनके पास यह एंटीजन नही है |
- MAL ब्लड ग्रुप सिस्टम – इस खोज ने MAL को 47वे ब्लड ग्रुप केसिस्टम के रूप में मान्यता दी है | इसमें Anwj Antigen भी मिला हुआ है
- ब्लड ट्रासफ्यूजन की सुरक्षा – अब वैज्ञानिक ऐसे टेस्ट बना सकेंगे जो उन मरीजो की पहचान करेंगे जिनके पास Anwj Antigen नही है ताकि ट्रासफ्यूजन के दौरान कोई दिक्कत न हो सके |
इसी तरह के महत्वपूर्ण जानकारी के लिए sujhaw24.com के हमारे सोशल मिडिया वेबसाईट पर जरुर विजिट करे |
Join WhatsApp Group | |
Join Telegram Channel | |
Follow Google News |
इसे भी पढ़े :-
1.Australia Country : भारतीयों के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने का एक नया मौका
2.russia country : जानिए रशिया देश और यहाँ की खुबसूरत परिया किस तरह है
3.Invention word China : चीन शब्द का आविष्कार कब हुआ और इसकी खोज किसने की देखे पूरी सच्चाई
5.ola electric ipo : देखिये ओला इलेक्ट्रिक का initial public offering के बारे में