Mukherjee Nagar in Chhattisgarh || छत्तीसगढ़ का मुखर्जी नगर किसे कहा जाता है
Mukherjee Nagar in Chhattisgarh : बिलासपुर के गाँधी नगर को छत्तीसगढ़ का मुखर्जी नगर कहा जाता है बिलासपुर के गांधी नगर के सड़क के दोनों ओर पढाई से जुडी विभिन्न तरह के पुस्तके वह सामान आपको मिल जाएगे | एक बढ़ी संख्या में वहा आपको विद्यार्थियों की संख्या देखने को मिल जाएगी |
उसने बात करने पर प्राप्त जानकारी
कितना समय हुआ तैयारी करते हुए – एक से बात करने पर उन्हें ने बताया की मुझे तैयारी करते हुए अभी एक ही साल हुआ है विद्यार्थियों का कहना है कि पिच्छले एक दो सालो से सिलेबस में बदलाव आने के कारण जिसके कारण पेपर कठिन हो गया है | लेकिन तैयारी करते रहोगे तो हो जाएगा |
समय के साथ – समय बढ़ने के साथ तैयारी कर रहे लोगो में मानसिक तनाव भी बढ़ता जाता है जिससे तैयरी करते समय दिक्कतों का सामना करना पढता है |
तैयारी करते समय चुनौतिया – तैयारी करते समय काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है बिलसपुर में रहना वहा के लेब्रेरी में पढ़ना, खुद के सारे काम को खुद को ही करना पड़ता है एक तैयारी करने वाले व्यक्ति को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है चुकी वो अपने घर से दूर रहते है उसके साथ उन्हें खुद का अपना काम भी करना होता है |
आज कल के समय में प्रीलिम्स मेन्स से ज्यादा चुनौती पूर्ण हो गया है अगर प्रीलिम्स होता है तो मेन्स का तैयारी किया जा सकता है | क्योकि उसका सिलेबस से बहार वो आता नही है एक लिमिटेड पैटर्न से ही आता है जिसका नोट्स अच्छे से रहता है और वह अच्छे से पढाई करता है वही अपने पेपर में सफल हो पाता है |
तैयारी करते समय खर्चा – अगर आप बिलासपुर में बेसिक तरीके से रहते है तो एक महीने का आपका 5 हजार हो जाता है बहुत से लोग लाइब्ररी भी ज्वाइन करते है | उसके लिए भी पैसा लगता है |
सुविधाओ की कमी – अपना काम यहाँ पर स्वयं करना पड़ता है खाने पिने का समय कभी ढंग से नही हो पा रहा है कभी घर में पानी नही आ रहा है लोगो को देखने से यह लगता है कि कितनी सारे कठिनाई है |
समाज के प्रति तैयारी करने वाले युवाओ का विचार
धनञ्जय देशमुख – उनका कहाँ है कि मै डिप्टी कलेक्टर इस लिए बनाना चाहता हु ताकि प्रशासन में बदलाव कर सकू | उनका यह भी कहना है कि जो हम तैयारी करते समय सीख रहे है उन्हें अच्छे से जब हम अधिकारी बने तो काम में ला सकते है उनका यह भी कहना है कि जो योजना बनती है सरकार उन्हें हम सही तरीके से करे ताकि आम लोगो को उस योजना से जुडी सुविधा मिले जिससे देश की जो व्यवस्था है वह अच्छे से चल सके |
एक और तैयारी करने वालने ने बताया – जब हम cgpsc परीक्षा में पास हो जाएगे तो हम जितना से जितना जो हमारे समाज है उन्हें ऊपर उचाने का प्रयास करेंगे | जो भी विद्यार्थी इस फील्ड में आना चाहेगे उन्हों भी हम मदद और प्रोत्साहित करेगे |
बिलासपुर तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों का मुख्य केद्र
बिलासपुर के गाँधी चौक से लेकर शिव टाकिज तक 50 से 55 कोचिंग सेंटर मिल जाएगे | पढाई के लिए लेब्रेरी हर चार बिल्डिंग के बाद एक लेब्रेरी आपको मिल ही जाएगी |
बिलासपुर के गाँधी नगर को मुखर्जी नगर क्यों कहा जाता है ?
बिलासपुर के गाँधी चौक को छत्तीसगढ़ के मुखर्जी नगर के नाम से जाना जाता है | यहा बच्चो के तैयारी करने लायक विभिन्न सुविधाए उपलब्ध है पढाई से लेकर बड़े बड़े कोचिंग संसथान यहाँ मौजूद है जिसके चलते बच्चे यहाँ पढाई करने को आते है और तैयारी करने वाले बच्चो की बडी संख्या यहाँ मौजूद है | इस वजह से बिलसपुर के गाँधी नगर को मुखर्जी नगर कहा जाता है |
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