Kanchenjunga National Park | कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान सिक्किम
Kanchenjunga National Park : कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान भारत का ओर मह्त्वपूर्ण राष्ट्रिय उद्यान है | यह राष्ट्रिय उद्यान भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है | कंचनजंगा भारत के सबसे उचे पर्वतों में से है जिसके नाम पर इस राष्ट्रिय उद्यान का नामकरण किया गया | कंचनजंघा पर्वत की ऊँचाई 8586 मीटर है | यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा पर्वत है | इसी पर्वत के नाम पर इस राष्ट्रिय उद्यान का नाम रखा गया है | इस राष्ट्रिय उद्यान में हर दिन सैकड़ो सैलानी घुमने के लिए आते है | इस राष्ट्रिय उद्यान को यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया है | इस राष्ट्रिय उद्यान में कई तरह की पेड़ – पौधे , जिव जंतु , पक्षी आदि निवास करते है |
कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी पर्वत कंचनजंघा पर्वत के खुबसूरत नजारों का भी आनंद लिया जा सकता है | कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान पूरी दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है | यहाँ पर मिश्रित शंकुधारी वन पाए जाते है |
कंचनजंगा राष्ट्रिय उद्यान की स्थापना
भारत के सबसे बड़े पर्वत हिमालय पर्वत के हृदय में स्थित कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान भारत का एक बहुत ही महत्वपूर्ण राष्ट्रिय उद्यान है | कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान मैदानों , घाटियों , झीलों , और ग्लेशियर से घिरा हुआ है जो इसकी सुन्दरता में चारचांद लगाती है | इस राष्ट्रिय उद्यान का नाम विश्व की तीसरी सबसे पर्वत कंचनजंघा पर्वत के नाम पर रखा गया है | यह राष्ट्रिय उद्यान भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है | इसकी स्थापना साल 1977 में की गयी थी अर्थात इसे इसी साल राष्ट्रिय उद्यान का दर्जा प्राप्त हुआ | कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान को साल 2016 में यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर की श्रेणी में भी शामिल कर लिया गया |
कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान का क्षेत्रफल
कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान का नाम विश्व की तीसरी सबसे बड़ी पर्वत कंचनजंघा पर्वत के नाम पर रखा गया है , इसकी ऊंचाई 8 हजार 586 मीटर है | कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान को 17 जुलाई 2016 को यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर की श्रेणी में रखा गया है | यह राष्ट्रिय बहरत के सिक्किम राज्य में स्थित है | इसका कुल क्षेत्रफल 1784 वर्ग किलोमीटर है | इस राष्ट्रिय उद्यान में हर दिन सैकड़ो सैलानी घुमने और इसकी सुन्दरता का आनंद लेने के लिये आते है |
कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान में पाए जाने वाले पेड़-पौधे
कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान भारत के सिक्कीम राज्य में स्थित है | इस उद्यान की स्थापना साल 1977 में की गयी थी | इसे 17 जुलाई 2016 को यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर के रूप में चिन्हांकित किया | इस राष्ट्रिय उद्यान की खूबसूरती देखते ही बनती है | यह मैदानों , झीलों , पर्वतों , और ग्लेशियर से घिरा हुआ है | यह राष्ट्रिय उद्यान भारत के सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रिय दुह्याँ में एक है | इस राष्ट्रिय उद्यान में ओक , बिर्च , विलो , और मेपल जैसी लुप्तप्राय प्रजातियों के साथ साथ कई दुर्लभ औषधि उपयोग की पौधे भी पायी जाती है जिनमे अल्पाइन घांस , एबीस डेन्सा , एसर कैपबेली , जुग्लांस रजिया , प्रिकोरिजा , रम इमोड़ी आदि शामिल है | यहाँ पर मिश्रित शंकु धारी वन भी पाए जाते है |
कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान में कौन कौन से वन्यजीव पाए जाते है ?
कंचनजंघा राष्ट्रिय उद्यान में कई तरह की वन्यजीव जिव पाए जाते है | इन वन्य जीवो को देखने के लिए हर दिन सैकड़ो सैलानी आते है इस राष्ट्रिय उद्यान का नाम कंचनजंघा पर्वत के नाम पर रखा गया है | याह पर कई तरह की जानवर पाए जाते है जिनमे हिम तेंदुआ , लाल पांडा , नीली भेंड , भौकने वाला हिरन , कस्तुरी हिरन , जंगली कुत्ते , रसेल वाइपर , मोलाल तीतर , हिमालय वन थ्रस आदि शामिल है | यह राष्ट्रिय उद्यान अपनी सुन्दरता के लिए भारत के साथ – साथ पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र है | इस राष्ट्रिय उद्यान में घुमने के लिए देश के साथ विदेशो से भी आते है |
इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकरियो के लिए हमारे इस वेबसाइट को अवश्य फोलो करें – sujhaw24.com
Join Whatsapp Group | |
Join Telegram Channel |
ये भी पढ़ें –
1.Periods At Early Age : लड़कियों में उम्र से पहले ही आ रहा है पीरियड्स तो हो सकता है खतरा
2.pakistan child birth rate : बच्चे पैदा करने के मामले में सबसे तेज मुश्लिम देश
3.popcorn brain : जानिए पॉपकॉर्न ब्रेन के बारे में यह क्या है और यह कितना खतरनाक है
4.Desert National Park : डैजर्ट राष्ट्रिय उद्यान के बारे में पूरी जानकारी देखे यहाँ
5.Niue country : न्युवे देश के बारे में जानिए रोचक जानकारी