Gyan Bharatam Mission Explained : ज्ञान भारतम मिशन क्या है और यह मिशन किस पर आधारित है जानिए
Gyan Bharatam Mission Explained : भारत में 50 लाख से ज्यादा हस्तलिखित पांडुलिपियाँ मौजूद है ये वो किताब है जिनको भारत के पूर्वजो ने अपने हाथो से लिखा था इनमे से कुछ किताबे या तो कागज पर लिखा गया था या ताड़ की पत्तो पर लिखा गया था यहाँ तक कि धातु पर भी इनको लिखा गया था |
किताबो में मिलेगा
इन किताबो में अब इनको क्या मिलेगा इन किताबो में आयुर्वेद के नुस्खे मिलेगे | खगोल विज्ञान की जानकारी मिलेगी, गणित के फार्मूले मिलेगे, दर्शन, कला वो सब कुछ जो आज के समय में भी हमारे काम आ सकता है |
बड़ी समस्य
इस पर बड़ी समस्या यह है कि आखिर कार ये पांडुलिपिया कहा पर है इस पांडुलिपियों को हम खोजने आजेगे तो हमें मंदिरों पर मिलेगी, कुछ पुराने घरो में, कुछ संग्रहालयो में मिलेगी | समय के साथ साथ जो कागज से लिखे हुए थे वो सड़ गया है या उन पर कीड़े लग गए है या वह बारिश से खराब हो गया है इसमें सबसे बड़ी दुःख की बात यह है कि हमसे से ज्यादा तर लोग उन्हें पढ़ भी नही सकते है कि पुराणी भाषाओ को लिपियों में लिखी गई है |
पुरावाजो का ज्ञान
अब समय बदल गया है हम अपने पूर्वजो के ज्ञान को अब की समय में नही खो सकते है इसी समय के संधान को लेकर आया है ज्ञान भारतम मिशन ये मिशन भारत में संकृति मंत्रालय की तरफ से चलाया जा रहा है इस बार के जो बजट है उसमे इस पर 60 करोड़ का प्रावधान रखा गया है |
ज्ञान भारतम मिशन का प्लान
इसका सबसे पहले प्लान होगा की देश भर में जाकर इन सभी पांडुलिपियों को ढूढे दुसर प्लान डिजिटल कैमरे से इसको स्कैन करे तीसरा प्लान सभी किताबो का एक राष्ट्रिय डिजिटल लाइब्रेरी में कन्वार्ड करे चौथा प्लान इंटरनेट पर ये सारी किताबे आपको उपलब्ध कराई जाए यानि आप अपने घर पर बैठे बैठे उन पुरानो नुसको को पढ़ सकेगे जो हजारो सालो पहले किसी ऋषि ने लिखे थे |
इस मिशन की खास बात
इस मिशन में एक और खास बात होगी कि इसमें AI का भी इस्तेमाल होगा सोचिए की कोई पांडु लिपि इतनी पुराणी है कि उसके अकक्षर धुंधले हो गए है | AI तकनीक उन अकक्षरो को उन्हें पहचान कर उन्हें साफ कर के दिखा सकती है 3D तकनीक से पुरे पांडु लिपि को ऐसे देखे जा सकते है जिसे वो आपके हाथ में जीस प्रकार ज्ञान भारतम मिशन में पहला ऐसा सबसे बड़ा मिशन जिसमे पुरानी पांडुलिपियों को खोज खोज कर डिजिटल बूक में बदला जाएगा |
ज्ञान भारतम मिशन से फायदा
इससे आपको यह भी फायदा होगा कि आयुर्वेद के पुराने नुस्के जो आपको चाहिए जैसे की कोई केंसर या डायबिटीज का इलाज प्राचीन काल के हिसाब से अगर आप ढूढना चाहते है तो वो सर्च कर सकेगा | छात्रो को अगर अपने आगे की स्टडी के लिए औठेटिक मटेरियल चाहिए प्राचीन समय में उसका इलाज कैसे होता था |
विश्व गुरु भारत
हमारी संकृति या भाषा का संरक्षण होगा ही होगा इसका अलावा दुनिया भर के लोग भारत के ज्ञान को देख सकेगे उसे लोग समझ सकेगे कि वाकिव में प्राचीन काल के समय से हम विश्व गुरु थे | ज्ञान भारतम मोदी जी का ये मिशन कही न कही यह मिशन भारतीय पुनार जागरण का काम होगा | जब भी हम भारतीय पुनार जागरण की बात करते है तो स्वामी दयानंद सरस्वती जी का नाम सबसे पहले हमारे सामने आता है |

उन्होंने पुराणी ज्ञान परंपराओं से भारतीयों को परिचित कराया था उसी के कारण उस समय के जो भारतीय थे उनके मन में एक गर्व की भावनाए पैदा होना प्रगट हो गई | आज के समय में अगर हम देखे तो बहुत सारे लोग पुरानी परंपराओं से बिलकुल कट छट गए था | उनके मन में एक हिन् भावनाए है कि जो चीज वेस्टन देश हमें दे रही है वही सत्य है लेकिन उससे भी बहुत पहले भारतीयों ने कही सारे आविष्कार किए है |
जैसे आर्यभट की बात करे, ब्रम्हगुप्त, आज के समय में जो सर्जारी होती है वो नियम भी गुप्त काल में पहले ही आ चूका है इस तरह के बहुत से ज्ञान का भण्डार हमारे यहाँ बहुत पहले से मौजूद है |
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