Government of India : सरकार के पास पैसा कहा से आता है और उन पैसो का उपयोग वह किन किन कामो में कर सकते है जानिए
Government of India : क्या अपने कभी सोचा है कि सरकार के पास इतना पैसा कहा से आता है जिसका उपयोग सरकार(GovernmentOfIndia) देश के विकास कार्यो में करते है यह समझना बहुत जरुरी है क्योकि किसी भी देश की सरकार को पैसा चाहिए ताकि वह सड़क, अस्पताल, शिक्षा,सुरक्षा, रोजगार योजनाए और देश में विकास कार्य कर सके |
सरकार के राजस्व (government revenue)
कर (Taxes) – यह सरकार के द्वारा लिया जाने वाला अनिवार्य भुग़तान(payment) या शुल्क है जो स्थानीय राज्य और राष्ट्रिय सरकारों द्वारा सामान्य सरकारी सेवाओ, वस्तुओ और गतिविधियों की लागत या खर्चे को कवर करने के लिए व्यक्तियों या व्यवसायों से एकत्र या इकठ्ठा किया जाता है सरकार द्वारा नागरिको और व्यवसायों से लिया जाने वाला वह अनिवार्य शुल्क है, जिसका उपयोग देश के विकास, जनता की सुविधाओ और सरकारी कार्यो के लिए किया जाता है |
प्रत्यक्ष टैक्स या कर (direct taxes)
प्रत्यक्ष कर के माध्यम से कोई भी आदमी या संस्था जैसे कंपनी, फर्म, संगठन या ट्रस्ट इसमें व्यक्ति अपनी कमाई पर सरकार(GovernmentOfIndia) को सीधा पैसा देते है, सामान्य शब्दों में इस तरह के कर जो सीधे सरकार को दिया जाता है उसे ही प्रत्यक्ष कर कहते है |
उदहारण
कोई व्यक्ति कही पर काम करता है और अपनी तनख्वा पर आय कर देता है तब वह व्यक्ति करदाता कहा जाता है |
अगर कोई ssd कंपनी अपने मुनाफे पर कारपोरेट टैक्स देती है तो वह कंपनी भी की श्रेणी में आता है |
आयकर(Income Tax)
जब कोई व्यक्ति अपनी मैहनत से नौकरी करके, अपना व्यापार कर के, या किसी अन्य तरीके से अपने लिए पैसे कमाता है तो उस व्यक्ति की आय का एक तय राशि या निश्चित राशि सरकार(GovernmentOfIndia) को देना पड़ता है इसी को ही आयकर कहते है |
कॉरपोरेट टैक्स ( डिजिटल टैक्स )
जब कोई विदेशी कंपनिया या भारतीय कंपनिया इंटरनेट के द्वारा आनलाइन सेवा देकर लोगो से पैसा कमाती है उस आमदनी या आय पर सरकार(bharatsarkar) जो टैक्स लगाती है उस पर डिजिटल टैक्स लगता है |
संपत्ति कर(property tax)
यह वह कर है जो हम अपनी संपत्ति के मालिक होने के कारण सरकार को अपनी कमाई का पैसा देते है यह कर घर, दूकान, जमीन, व्यवसायिक संपत्ति आदि पर लगता है |
प्रत्यक्ष कर(Direct Taxes)
यह वह कर होता है जिसको सरकार(bharatsarkar) सीधे व्यक्ति या संस्था से लेता है इस कर को किसी अन्य व्यक्ति या किसी अन्य संस्था पर नही थोपा जा सकता है |
जीएसटी(GST) – यह कर सामान और सेवा पर लगाया जाता है पहले के समय में अलग अलग कर जैसे एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स, वैट आदि टैक्स लगते थे | लेकिन अब भारत में जीएसटी आने के बाद ये सब कर ख़त्म होकर एक ही टैक्स लगता है जिससे टैक्स का जो नियम है वो और भी आसान हो गया है |

शीमा शुल्क(Sheema Fee) – यह वह टैक्स या शुल्क होता है जो विदेश से आयात या निर्यात किए जाने वाले सामानों पर सरकार(bharatsarkar) द्वारा टैक्स लगाया जाता है |
उत्पादन शुल्क(excise duty) – यह वह शुल्क होता है जो देश के अन्दर बनने वाले या तैयार किए जाने वाले सामान पर उत्पादन शुल्क सरकार द्वारा लगाया जाता है |
उदहारण – अगर कोई कंपनी भारत में तेल, साबुन, दवाई या वाहन का निर्माण करती है तो उस सामान के उत्पादन के समय सरकार(bharatsarkar) को उत्पादन शुल्क देना पड़ता है जिसका उपयोग सरकार(GovernmentOfIndia) सरकारी कार्यो में करती है |
सरकार का ऋण लेना
जब सरकार(GovernmentOfIndia) के पास टैक्स से उतना पैसा नही आता जितना वो खर्च कर चूका होता है तो सरकार बांड निकालकर जनता से या अन्तराष्ट्रीय संस्थाओ से कर लेती है | जिसका उपयोग सरकार खर्च को पूरा करने में करता है |
गैर कर राजस्व(non-tax revenue) – यह वह पैसा है जो सरकार को बिना टैक्स वसूले बहुत से स्रोतों से मिलता है |
उदहारण – सरकारी सेवाओ से मिलने वाला शुल्क
- सरकारी संपति का किराया या ब्याज का पैसा
- सार्वजनिक उपकर्मो से मिलने वाला फायदा
- जुर्माना या दंड से मिलने वाला पैसा
- दान या सहायता से मिलने वाला पैसा
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