Educate Girls NGO Ramon Magsaysay Award 2025 : एजुकेट गर्ल्स NGO को एशिया का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले रैमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा
Educate Girls NGO : भारत में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एजुकेट गर्ल्स NGO को 2025 का रैमन मैग्सेसे अवार्ड (Ramon Magsaysay Award 2025) दिया जायेगा | यह पहली ऐसी भारतीय संस्था है जिसे यह पुरस्कार दिया जा रहा है | इस संस्था की शुरूआत 2007 में सफीना हुसैन ने की थी | रैमन मैग्सेसे अवार्ड ( Ramon Magsaysay Award ) को एशिया का नोबेल पुरस्कार कहते है |

असमानता को देखते हुए लिया फैसला
सफीना हुसैन बताती है की जेंडर वायलेंस और असमानता से हर कोई वाकिफ है | और यह समस्या बड़े स्केल पर मौजूद है | इसका उदाहरण राजस्थान में देख सकते है जहाँ 60-70 % लड़कियों का बाल विवाह करा दिया जाता है | इसके साथ ही बालिकाओं के शिक्षा से वंचित होने के मामले में भारत नंबर 1 पर है |
इन सबको देखते हुए सफीना के मन में ख्याल आया की उन्हें लड़कियों की शिक्षा को लेकर बड़े स्केल पर कुछ करने की जरुरत है ताकि इस स्थिति में सुधार हो |
राजस्थान से शुरू हुई कहानी
सफीना (Safina) 2005 में भारत वापस आई और HRD मिनिस्ट्री गयी और सरकार से कहा की वह बालिका शिक्षा पर काम करना चाहती है | वे सरकार से कहती है की उन्हें देश के सबसे पिछड़े एरिया के बारे में बताएं जहाँ सबसे ज्यादा जेंडर गेप और असमानता है | तब उन्हें करीब 26 जिले दिए गए जिसमे से 9 जिले राजस्थान के है | उसके बाद वाज राजस्थान गयी और वहां की सरकार ने पाली और जालौर की 25-25 स्कूल उन्हें दिए | इन्ही 50 स्कूलों से सफीना ने अपना काम शुरू किया |
2007 में NGO की शुरुआत
Educate Girls NGO : सफीना ने लड़कियों की शिक्षा को लेकर अच्छे से अध्ययन किया उसके बाद 2007 में एजुकेट गर्ल्स नाम की NGO की शुरुआत की | इस NGO का काम है की ग्रामीण और शैक्षिक रूप से जो इलाके पिछड़े हुए है वहां के 5-14 साल की उम्र की लड़कियों को पहचान करके स्कूल में भर्ती कराना है |

वर्तमान में ‘एजुकेट गर्ल्स’ (Educate Girls ) 4 राज्यों- मध्यप्रदेश, यूपी, बिहार और राजस्थान के 85 से ज्यादा जिलों के 30,000 से ज्यादा गांवों में काम कर रहा |इससे करीब 20 लाख से अधिक लड़कियों को फायदा पहुंचा है |
पहला बॉन्ड भी शुरू किया
साल 2015 में ‘एजुकेट गर्ल्स’ ने शिक्षा जगत में दुनिया का पहला ‘डेवलपमेंट इम्पैक्ट बॉन्ड’ (DIB) शुरू किया | इसमें पैसे तभी मिलते हैं जब नतीजे सकारात्मक हो | इसकी शुरुआत गांव के 50 पायलट स्कूलों से की गयी थी | यह मॉडल इतना सफल रहा कि संस्था ने अब तक 30,000 गांवों में इसे पहुंचा दिया है |
7 नवंबर को मिलेगा अवार्ड
Educate Girls NGO Ramon Magsaysay Award 2025 : यह उन व्यक्तियों और संगठनों को दिया जाता है, जिन्होंने समाज के लिए निस्वार्थ सेवा किया हो | यह अवार्ड मनिला में 7 नवम्बर को दिया जायेगा | ऐसे ही और खबरों के लिए हमारे साथ जुड़े रहे |
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